काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़

काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की ऐतिहासिक भीड़
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालु


काशी विश्वनाथ मंदिर में जनवरी महीने के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या ने सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ते हुए 1.08 करोड़ के आंकड़े को पार किया। यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। पिछली बार मार्च 2024 में लगभग 95 लाख श्रद्धालु बाबा के दरबार में पहुंचे थे, लेकिन इस बार संख्या और भी अधिक रही।

जनवरी में आयोजित हुए विभिन्न धार्मिक उत्सवों जैसे पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति और महाकुंभ ने श्रद्धालुओं को काशी आने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा, मौनी अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण पर्वों ने भी भक्तों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि की।

पहले दिन श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
फरवरी के पहले दिन, शनिवार को, काशी विश्वनाथ मंदिर में लगभग सात लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई उपाय किए हैं, जिनमें महाशिवरात्रि के अलावा, इन दिनों मंदिर को आधी रात के बाद भी खोला गया।

भीड़ नियंत्रण के उपायों से शहर में राहत
मंदिर प्रशासन और पुलिस ने इस बार भीड़ प्रबंधन के लिए विभिन्न उपायों को लागू किया। शहर में वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया गया और मंदिर जाने वाले मार्गों पर टेंपो, ई-रिक्शा और अन्य वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया। इसके कारण मुख्य सड़कों पर कम भीड़ दिखी, जबकि भक्तों ने गलियों और घाटों के रास्ते से मंदिर की ओर रुख किया।

गोदौलिया से बाबा दरबार तक भक्तों की लंबी कतार
गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट, सोनारपुरा और रामापुरा से लेकर बाबा दरबार तक भक्तों की लंबी कतारें लगी रही। श्रद्धालुओं ने 24 घंटे मंदिर के द्वार तक पहुंचने के लिए अपनी आस्था का प्रदर्शन किया, जो रात एक बजे तक जारी रहा। इस दृश्य ने काशी के आध्यात्मिक माहौल को और भी गहरा कर दिया।

काशी में श्रद्धा का यह सैलाब हर साल बढ़ता जा रहा है, और मंदिर प्रशासन इस आस्था की शक्ति के साथ पूरी तत्परता से सेवा में जुटा है।