हमारा ध्यान सिर्फ फाइनल मैच जीतने पर है- शुभमन गिल

हमारा ध्यान सिर्फ फाइनल मैच जीतने पर है- शुभमन गिल
शुभमन गिल की प्रेस कॉन्फ्रेंस

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल मैच से पहले शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय साझा की। उन्होंने रोहित शर्मा की रिटायरमेंट से लेकर फाइनल मैच के दबाव, टीम की उपकप्तानी मिलने, और दुबई की पिच के बारे में भी अपने विचार रखे। गिल ने अब तक टूर्नामेंट में भारत के लिए 4 पारियों में 157 रन बनाए हैं। फाइनल मैच 9 मार्च को दुबई क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समयानुसार दोपहर 2:30 बजे से खेला जाएगा। इस मैच से पहले गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो 9 बड़ी बातें कही, वे इस प्रकार हैं:

  1. बड़े मैच का दबाव:
    "बड़े मैचों का दबाव हमेशा होता है। जो टीम दबाव को बेहतर तरीके से झेल पाती है, वही सफल होती है, जैसे पुरानी वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलियाई टीम किया करती थीं। हमारी टीम में अनुभव है, जो हमें मुश्किल समय में मदद करता है, जैसे विराट भाई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में किया था।"

  2. भारत के पास बेस्ट बैटिंग लाइन-अप:
    "मेरे हिसाब से यह बेस्ट बैटिंग लाइन-अप है। रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही बेहतरीन खिलाड़ी हैं। रोहित भाई शानदार ओपनिंग बल्लेबाज हैं और विराट भाई इतिहास के सर्वश्रेष्ठ ODI प्लेयर हैं। हमारी बल्लेबाजी में गहराई है, जिससे हम खुलकर खेल पाते हैं।"

  3. टीम के अंदर शुभमन गिल का रोल:
    "हमारी टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं। मेरी भूमिका यह देखने की है कि कोई युवा तेज गेंदबाज या स्पिनर दबाव में है या नहीं। अगर वह दबाव में है तो मुझे उसकी मदद करनी होती है।"

  4. फाइनल से पहले हुई चर्चा:
    "हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले मैच में पावरप्ले के भीतर 3 विकेट गंवाने के बाद शानदार बल्लेबाजी की थी। इसके अलावा टीम में ज्यादा चर्चा नहीं हुई है। हमने चार मैच खेले हैं और चारों में अच्छा प्रदर्शन किया है।"

  5. दुबई की पिच:
    "एक बल्लेबाज के तौर पर आप यही सोचते हैं कि पहले बल्लेबाजी करें, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस बार यहां कोई टीम 300 रन बना पाएगी।"

  6. फाइनल हारने का सिलसिला:
    "हम जरूर फाइनल में आकर हारने के सिलसिले को खत्म करना चाहेंगे। दबाव होना अच्छी बात नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमारे अंदर जीत की भूख नहीं है। जीतने से मदद मिलती है।"

  7. बड़े मैचों में बल्लेबाजी का अनुभव:
    "बड़े मैचों में अवसरों को जीत में बदलना बहुत जरूरी होता है। हालांकि आप जितना चाहें कोशिश करें, हर मैच में सेंचुरी नहीं बना सकते।"

  8. खुलकर करते हैं बैटिंग:
    "मैं ज्यादा या कम खतरा मोल लेने के बारे में सोचता ही नहीं हूं। मेरे अधिकांश शॉट खतरे से खाली होते हैं। मैं सोच-समझकर ही रिस्क उठाता हूं।"

  9. रोहित शर्मा की रिटायरमेंट:
    "हमने रोहित की रिटायरमेंट पर अभी तक कोई चर्चा नहीं की है। हमारा ध्यान सिर्फ फाइनल मैच को जीतने पर है और टीम में इसी पर चर्चा चल रही है। मुझे लगता है कि रोहित का ध्यान अभी केवल चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर है।"