संगम तटों पर उमड़ रहा श्रद्धा का सैलाब, मौनी अमावस्या से पहले ही दिख रहा आस्था का ज्वार

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला अब अपने पूर्ण शबाब पर है, और श्रद्धालुओं का सैलाब संगम तटों पर उमड़ने लगा है। मौनी अमावस्या से पहले ही मेला क्षेत्र में श्रद्धा का ज्वार देखा जा रहा है, और शनिवार-रविवार की छुट्टियों के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में और भी वृद्धि हुई है। हर दिशा से लोग संगम की ओर बढ़ रहे हैं, और रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, और हाइवे पर भीड़ का आलम है। पिछले दो दिनों में ही सवा करोड़ से ज्यादा लोग संगम में स्नान कर चुके हैं, जबकि मौनी अमावस्या पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।
मेला प्रशासन और कुम्भ पुलिस ने श्रद्धालुओं के लिए व्यापक तैयारियां की हैं। पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, और संगम तटों पर बैरिकेडिंग का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को आसानी से आवाजाही हो सके।
इसके अलावा, मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार के प्रोटोकॉल लागू नहीं होंगे, और भीड़ नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ICCC) से निगरानी की जाएगी। प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा बल तैनात हैं, और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अवैध दुकानों पर भी अभियान चलाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर यात्रा अनुभव मिल सके और मार्गों पर कोई अतिक्रमण न हो।
पार्किंग की विशेष व्यवस्था भी की गई है। श्रद्धालुओं को पहले नजदीकी पार्किंग में पार्किंग दी जाएगी और फिर दूसरे पार्किंग क्षेत्रों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें।
श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में यात्रा के दौरान मदद के लिए आधिकारिक चैटबॉट डाउनलोड करने की सलाह दी गई है। यह चैटबॉट श्रद्धालुओं को सभी जरूरी जानकारी प्रदान करेगा, और साथ ही गूगल नेविगेशन और पुलिसकर्मी भी उन्हें सही रास्ता दिखाने में मदद करेंगे।
इन सभी तैयारियों के साथ मेला प्रशासन की कोशिश है कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे अपनी यात्रा शांति और सुरक्षा के साथ कर सकें।