PCB हुआ 'कंगाल'; वजह BCCI

पाकिस्तान को 29 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार किसी ICC टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी। यह उनके लिए एक ऐतिहासिक पल था, लेकिन किसने सोचा था कि यह खुशी उन पर भारी पड़ जाएगी? चैंपियंस ट्रॉफी 2025 ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को 'कंगाल' बना दिया है। इस टूर्नामेंट के चलते पाकिस्तान को 739 करोड़ रुपये का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। और इस नुकसान का एक बड़ा कारण भारतीय क्रिकेट टीम भी है।
कैसे हुआ यह भारी नुकसान?
2021 में जब ICC ने पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी सौंपी थी, तो पाकिस्तान ने इसकी तैयारियों पर 869 करोड़ रुपये खर्च किए। लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से महज दो महीने पहले BCCI ने सुरक्षा कारणों से भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया। इसके बाद हाइब्रिड मॉडल अपनाया गया, जिसमें पांच बड़े मैचों को पाकिस्तान के बजाय दुबई में आयोजित किया गया। यह फैसला PCB के लिए बड़ा झटका साबित हुआ, क्योंकि भारतीय टीम के मैचों से होने वाला बंपर प्रॉफिट उन्हें नहीं मिल सका।
इसके अलावा, पाकिस्तान में खेले गए 10 मैचों में से 3 मैच बारिश की भेंट चढ़ गए। इस वजह से PCB को टिकट का पैसा वापस करना पड़ा, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गईं।
739 करोड़ का झटका
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, PCB ने रावलपिंडी, कराची और लाहौर के स्टेडियमों को नया रूप देने के लिए 560 करोड़ रुपये खर्च किए, जो उनके मूल बजट से 50% अधिक था। इसके अलावा, टूर्नामेंट की तैयारियों पर 347 करोड़ रुपये और खर्च किए गए। लेकिन टिकट बिक्री और होस्टिंग फीस से PCB को केवल 52 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। कुल मिलाकर, पाकिस्तान को 739 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ है।
खिलाड़ियों की जेब पर डाला गया बोझ
इस नुकसान की भरपाई के लिए PCB ने अब घरेलू खिलाड़ियों की मैच फीस में भारी कटौती कर दी है। डोमेस्टिक खिलाड़ियों की फीस 90% तक कम कर दी गई है, जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को अब पहले की तुलना में केवल 12.50% ही भुगतान किया जाएगा। यह कदम खिलाड़ियों के लिए बड़ा झटका है, लेकिन PCB के पास इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा है।
भारत का रोल और PCB की मुश्किलें
भारतीय टीम के पाकिस्तान न जाने का फैसला PCB के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा से दर्शकों और स्पॉन्सर्स के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। इस मैच से होने वाली कमाई PCB के लिए बड़ी राहत हो सकती थी, लेकिन BCCI के फैसले ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
क्या यह नुकसान PCB की गलतियों का नतीजा है?
कई विश्लेषकों का मानना है कि PCB ने टूर्नामेंट की तैयारियों में जरूरत से ज्यादा खर्च किया। स्टेडियमों के नवीनीकरण और अन्य तैयारियों पर बजट से कहीं अधिक रकम खर्च की गई। इसके अलावा, मौसम की अनिश्चितता को ध्यान में न लेना भी एक बड़ी भूल साबित हुई।