महाकुंभ 2025: तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएं
महाकुंभ 2025 के दौरान भारतीय रेलवे ने प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों पर तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की हैं। इन सुविधाओं में 24x7 ऑब्जर्वेशन रूम्स की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी चिकित्सा सेवा प्रदान की जा सके। पिछले महाकुंभ के दौरान एक लाख श्रद्धालुओं को प्राथमिक चिकित्सा सहायता दी गई थी, और इस बार रेलवे एक बड़ी संख्या में यात्रियों को उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
विशेष चिकित्सा सेवाएं भारतीय रेलवे ने प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, सुबेदारगंज, नैनी जंक्शन और प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर ऑब्जर्वेशन रूम स्थापित किए हैं। इन रूम्स में हमेशा डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे, और सभी आवश्यक चिकित्सा उपकरणों से लैस होंगे, जिससे तीर्थ यात्रियों को त्वरित उपचार प्रदान किया जा सके। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं की चिकित्सा संबंधी आवश्यकताओं को तुरंत पूरा करने के लिए तैयार की गई है।
महाकुंभ में विदेशी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में चार विदेशी नागरिकों के दस्तावेजों की जांच की गई। अधिकारियों के अनुसार, इनमें से एक व्यक्ति का पासपोर्ट और वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी, जिसके बाद उसे वापस रूस भेज दिया गया। इस मामले में एक रूसी नागरिक, एक जर्मन नागरिक और बेलारूस के दो नागरिकों की दस्तावेजों की जांच की गई। जर्मन और बेलारूस के नागरिकों के कागजात सही पाए गए और उन्हें जाने दिया गया, जबकि रूसी नागरिक आंद्रे का पासपोर्ट और वीजा समाप्त हो चुका था, इसलिए उसे वापस रूस भेज दिया गया।
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और स्वास्थ्य के उपायों को लेकर रेलवे और संबंधित अधिकारियों द्वारा उठाए गए इन कदमों से यह स्पष्ट है कि यात्रियों की सुरक्षा और सेवा सर्वोत्तम प्राथमिकताओं में हैं।