क्या AAP होगी दोफाड़ ; एकनाथ शिंदे पैटर्न पर भगवंत मान ?

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारा झटका लगा है, और अब पार्टी के भीतर दरारें दिखने लगी हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की दिल्ली के नेतृत्व से नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है, और इस बीच कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने दावा किया है कि भगवंत मान केंद्रीय गृह मंत्रालय के संपर्क में हैं और वह अपनी अलग राह पर चल सकते हैं, जिससे पार्टी में फूट पड़ने की संभावना है।
हाल ही में दिल्ली में हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने स्पष्ट बहुमत हासिल किया, जबकि AAP केवल 22 सीटों पर सिमट गई। इस हार ने AAP को गहरे सदमे में डाला है, और अब पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व को लेकर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब में AAP पहले ही दो गुटों में बटी हुई है और दिल्ली से बढ़ते प्रभाव के कारण यह फूट और भी गहरी हो सकती है।
उन्होंने दावा किया कि भगवंत मान को दिल्ली के नेतृत्व का हस्तक्षेप अब मंजूर नहीं है और वह दिल्ली से अलग रास्ता अपना सकते हैं, जैसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया था। इस दावे ने AAP में हलचल मचा दी है और पार्टी के भविष्य को लेकर अटकलें तेज कर दी हैं।
पंजाब में AAP के अंदर खींचतान को लेकर बाजवा का कहना है कि "AAP के 30 से अधिक विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं और वे पार्टी बदलने के लिए तैयार हैं।" इस प्रकार की घटनाएं AAP के लिए एक और बड़ी चुनौती बन सकती हैं, क्योंकि पार्टी के अंदर गुटबाजी और नेतृत्व की लड़ाई जारी है।
हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का दिल्ली चुनावों में हारना केवल पार्टी के आंतरिक मुद्दों को नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और अयोग्यता के आरोपों को भी उजागर करता है। इससे पार्टी की छवि को भी बड़ा धक्का पहुंचा है।
अब देखना यह होगा कि क्या भगवंत मान और दिल्ली के नेतृत्व के बीच यह खाई और गहरी होगी, और क्या AAP एक और विभाजन की ओर बढ़ेगी।