आठ से दस महीने में भारत के पास कई sovereign AI मॉडल होंगे- IT मंत्री अश्विनी वैष्णव

आठ से दस महीने में भारत के पास कई sovereign AI मॉडल होंगे-  IT मंत्री अश्विनी वैष्णव
Chinese AI DeepSeek; Representational image

भारत में AI के क्षेत्र में  (DeepSeek) की सफलता ने एक नई दिशा दी है, लेकिन इसके साथ ही भारत को अभी कई चुनौतियों का सामना करना है। जहां DeepSeek  ने कम लागत में एक मजबूत AI मॉडल तैयार किया है, वहीं भारत में इसके समान एक मजबूत AI मॉडल विकसित करने के लिए अभी कई कदम उठाने बाकी हैं। 

भारत सरकार इस दिशा में काम कर रही है और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, अगले आठ से दस महीने में भारत के पास कई स्वायत्त (sovereign) AI मॉडल होंगे, जिन्हें कार्यान्वित किया जा सकेगा। इन मॉडल्स के निर्माण के लिए मंत्रालय ने पिछले 18 महीनों से विशेषज्ञों के साथ काम किया है। इस दौरान, भारत के पास लगभग 15,000 उच्चतम गुणवत्ता वाले GPUs हैं, जो AI मॉडल्स के प्रशिक्षण के लिए आवश्यक हैं। 

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि केवल कंप्यूटिंग पावर ही एकमात्र समाधान नहीं है, और इसके साथ-साथ कुछ अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें सबसे बड़ी चुनौती भारत के लिए उपयुक्त डिजिटल डेटासेट का निर्माण है। 

आलोचक यह भी सवाल उठा रहे हैं कि क्या भारत पश्चिमी देशों पर ज्यादा निर्भर हो रहा है, और क्या भारत अपनी विशेषताओं के आधार पर एक नया AI मॉडल बना सकता है जो भारतीय संदर्भ में अधिक प्रभावी हो। 

इसके अलावा, AI की शोध और विकास के लिए आवश्यक निवेश और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देना भी जरूरी है। 

भारत में आने वाले समय में, DeepSeek जैसी उपलब्धियों को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि AI के क्षेत्र में विकास के लिए भारत को और अधिक संकलन, समर्पण और संसाधनों की आवश्यकता होगी।