अमेरिका में अंडों की किल्लत ; किराए पर मिल रही है मुर्गी

संयुक्त राज्य अमेरिका, जो दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश माना जाता है, इन दिनों अंडों की किल्लत से जूझ रहा है। देश के अधिकांश दुकानों पर अंडे या तो उपलब्ध नहीं हैं, या अगर कहीं उपलब्ध हैं, तो उनकी कीमतें आसमान छू रही हैं। इस स्थिति ने अमेरिकी समाज में अंडे को एक महंगे और दुर्लभ खाद्य पदार्थ में बदल दिया है। अब तो यह हालात हैं कि सुबह के नाश्ते में परोसा जाने वाला साधारण अंडा, कांग्रेस में बहस का विषय बन गया है। 5 मार्च को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कांग्रेस में अपने भाषण में अंडों की बढ़ती कीमतों के लिए पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया।
अमेरिका में मुर्गी किराए पर लेने का चलन
अंडों की कीमतों के आसमान छूने के कारण अब लोग मुर्गी पालन की ओर रुख कर रहे हैं। यह सामान्य है कि जब अंडे इतने महंगे हो, तो मुर्गियां भी महंगी होंगी। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए अमेरिका में 'Rent the Chicken' नामक एक योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत लोग किराए पर मुर्गियां ले रहे हैं और उनसे अंडे प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना में 2 से 4 अंडे देने वाली मुर्गियां और उनका चारा शामिल है। 6 महीने के लिए 2 मुर्गियों का किराया लगभग 43,000 रुपये है, जबकि 4 मुर्गियों का किराया करीब 83,000 रुपये है। वहीं, देश में एक अंडे की कीमत लगभग 36 रुपये हो गई है।
ट्रंप ने बाइडेन पर लगाया आरोप
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंडों की बढ़ती कीमतों के लिए जो बाइडेन को दोषी ठहराया। उन्होंने अपने भाषण में कहा, "जो बाइडेन ने अंडों की कीमतों को नियंत्रण से बाहर जाने दिया।" हालांकि, ट्रंप ने यह नहीं बताया कि वह अंडों की कीमतों को घटाने के लिए कौन से कदम उठाएंगे। इस बढ़ती कीमत ने अमेरिकी नागरिकों के लिए न केवल आहार बल्कि उनके बजट को भी चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
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