संघर्ष विराम समझौते को मंजूरी देने से नेतन्याहू का इनकार, हमास को लेकर कही ये बात

इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संघर्ष विराम समझौते पर मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक हमास 'अंतिम क्षण के संकट' से पीछे नहीं हटता, तब तक उनका मंत्रिमंडल इस समझौते पर विचार नहीं करेगा। नेतन्याहू के कार्यालय ने गुरुवार को कहा कि हमास समझौते के कुछ हिस्सों से पीछे हटने की कोशिश कर रहा है और 'अंतिम क्षण में रियायतें' लेने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले, नेतन्याहू ने बुधवार देर रात कहा था कि हमास के साथ संघर्ष विराम समझौता अभी पूरा नहीं हुआ है और इसे अंतिम रूप देने पर काम किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि, इससे कुछ घंटे पहले अमेरिका और कतर ने संघर्ष विराम समझौते की घोषणा की थी, जिससे गाजा में 15 महीने से चल रही युद्ध की स्थिति को रोकने और बड़ी संख्या में बंधकों को रिहा करने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
समझौते की घोषणा के बाद, बड़ी संख्या में फलस्तीनी सड़कों पर उतर आए और उन्होंने खुशी मनाई। मध्य गाजा के दीर अल बलाह में महमूद वादी ने कहा कि इस समय हम जो महसूस कर रहे हैं, वह शब्दों में नहीं कहा जा सकता।
यह संघर्ष तब शुरू हुआ था, जब हमास ने सात अक्टूबर 2023 को इस्राइल पर हमला किया था, जिसमें 1200 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोग बंधक बना लिए गए थे। इसके बाद, इस्राइल ने जवाबी हमले किए, जिसमें 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए और गाजा की लगभग 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई, जिससे एक गंभीर मानवीय संकट उत्पन्न हुआ।