'MIGA + MAGA = MEGA', पीएम मोदी की स्मार्ट ब्रांडिंग

'MIGA + MAGA = MEGA', पीएम मोदी की स्मार्ट ब्रांडिंग
PM Modi and President Trump; File photo

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका  यात्रा ने वाशिंगटन में एक नया इतिहास रचा। डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी मुलाकात, जो पहले व्यापारिक रिश्तों में लगातार टैरिफ लगाने की वजह से विवादों में थी, अब एक परफेक्ट मास्टरक्लास बन चुकी है। अमेरिकी मीडिया में इस बैठक की गूंज सुनाई दे रही है, और ट्रंप के खुद के बयान से यह साफ है कि मोदी ने उनसे बेहतर डील की है।

ट्रंप की तारीफें और पीएम मोदी का सधा हुआ अंदाज

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो अक्सर दुनिया भर के देशों पर टैरिफ लगाने का एलान करते रहते हैं, इस बार पीएम मोदी से मिलकर पूरी तरह बदलते हुए नजर आए। उन्होंने मोदी को एक महान नेता और टफ नेगोशिएटर बताया। उनका यह बयान उस समय आया जब ट्रंप ने यह घोषणा की कि वह अब अमेरिका पर टैरिफ लगाने वाले देशों पर भी उतना ही टैरिफ लगाएंगे। हालांकि, पीएम मोदी ने इस चुनौती को बेहद सधे हुए तरीके से संभाला, और ट्रंप को यह समझाया कि भारत और अमेरिका के रिश्ते सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं हो सकते। इससे ट्रंप प्रभावित हुए और उन्होंने मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनसे मिलकर उत्साहित हैं और भारत-अमेरिका के रिश्ते अब नये मुकाम पर पहुंचने वाले हैं।

सीएनएन ने भी की तारीफ, 'यह एक मास्टर क्लास है'

सीएनएन के वरिष्ठ पत्रकार विल रिप्ले ने इस मीटिंग को दुनिया भर के नेताओं के लिए एक मास्टर क्लास करार दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी आठवीं बैठक में असाइनमेंट को पूरी तरह समझा। हालांकि व्यापार में तनाव था, लेकिन मोदी ने अपनी कूटनीतिक समझ से इसे कम किया और दोनों देशों के बीच व्यापार सौदों, ऊर्जा और सैन्य सहयोग में नये रास्ते खोले। इस बैठक के बाद दोनों देशों ने कई अहम समझौते किए, जिनमें भारत को परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में अमेरिकी निवेश और एफ-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स की पेशकश शामिल है।

विल रिप्ले ने पीएम मोदी के 'MIGA + MAGA = MEGA' नारे की भी जमकर तारीफ की। उनका कहना था कि यह एक बेहद स्मार्ट ब्रांडिंग है, जो ट्रंप की पसंद के मुताबिक है। पीएम मोदी ने यह नारा इस बैठक के दौरान दिया, जो न केवल भारत और अमेरिका के रिश्तों को मजबूत करने का संकेत था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मोदी ट्रंप से बेहतर और प्रभावी नेगोशिएटर हैं।

ट्रंप ने खुद माना कि मोदी उनके मुकाबले कहीं अधिक सक्षम और कुशल नेता हैं। इस बैठक ने यह साबित कर दिया कि पीएम मोदी न केवल एक अच्छे राजनेता हैं, बल्कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में अपनी समझ और रणनीति से न केवल ट्रंप को प्रभावित किया, बल्कि अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों को एक नई दिशा दी।

इस मीटिंग से यह भी साफ हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ जिस तरह से व्यापारिक और रक्षा मामलों पर बातचीत की, वह भविष्य के लिए एक मजबूत कूटनीतिक मार्गदर्शन प्रदान करता है, जिसे बाकी दुनिया के नेता सीख सकते हैं।