ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिका-इजरायल कर सकते हैं हमला

ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिका-इजरायल कर सकते हैं  हमला
Iran's one of the Nuclear facility

ईरान इन दिनों अपने ऊपर संभावित हमलों के बढ़ते खतरे को लेकर चिंता में है और इसे देखते हुए उसने अपने परमाणु ठिकानों की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है। इजरायल और अमेरिका से संभावित हमलों के डर से, ईरान ने अपने न्यूक्लियर साइट्स के आसपास सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाए हैं और एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात किया है। यह जानकारी ब्रिटेन के द टेलीग्राफ न्यूज पेपर ने दी है।

इससे पहले, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने भी दोनों देशों, इजरायल और अमेरिका, को आगाह किया था कि इजरायल ईरान के महत्वपूर्ण परमाणु ठिकानों पर हमले की योजना बना रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान सालों से अपने परमाणु साइट्स की सुरक्षा पर ध्यान दे रहा था, लेकिन पिछले साल इजरायल के हमले के बाद इस प्रक्रिया को और तेज कर दिया गया है। ईरान ने यह कदम इजरायल और अमेरिका द्वारा संभावित संयुक्त सैन्य कार्रवाई के डर से उठाया है।

इसके अलावा, अमेरिकी समाचार एजेंसी एक्सियोस ने एक रिपोर्ट में बताया कि इजरायल ने तेहरान के पास स्थित परचिन सैन्य परिसर पर हवाई हमले किए। टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा, "ईरान हमले का इंतजार कर रहा है और हर रात हमले की आशंका जताई जा रही है। हर चीज हाई अलर्ट पर है, यहां तक कि उन स्थानों पर भी जिनके बारे में कोई नहीं जानता।"

अमेरिका ने ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाए हैं, और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी मैक्सिमम प्रेशर पॉलिसी को लागू किया है। इस नीति के तहत, अमेरिका ने 2015 के परमाणु समझौते से खुद को एकतरफा रूप से अलग कर लिया और ईरान पर परमाणु हथियार बनाने का आरोप लगाया, जबकि ईरान ने हमेशा इस आरोप का खंडन किया है।

हाल ही में, ट्रंप ने ईरान के साथ समझौता करने की अपील की, लेकिन ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने 15 फरवरी को कहा, "अमेरिका से बातचीत करके कोई समस्या हल नहीं होगी।" इसके अगले ही दिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने यह कहा कि इजरायल अमेरिका के सहयोग से ईरान के खिलाफ कार्रवाई पूरी करेगा।