बांग्लादेश में 'ऑपरेशन डेविल हंट' की शुरुआत

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने 7 फरवरी 2025 को बांग्लादेश के गाजीपुर जिले में छात्रों और आम लोगों पर हुए हमलों के बाद 'ऑपरेशन डेविल हंट' के आदेश दिए हैं। यह ऑपरेशन उन लोगों के खिलाफ है जो देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और अराजकता पैदा कर रहे हैं। गाजीपुर के दक्षिणखान इलाके में शुक्रवार रात को हुई घटना ने बांग्लादेश की सुरक्षा स्थिति को एक नया मोड़ दिया, जिसके बाद यह विशेष ऑपरेशन शुरू किया गया है।
ऑपरेशन डेविल हंट का उद्देश्य और कार्रवाई
यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश के मुताबिक, इस ऑपरेशन के तहत ढाका में अवामी लीग की नेता शेख हसीना के घर पर हुई तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने 40 लोगों को गिरफ्तार किया है। गाजीपुर जिले में भीड़ ने अवामी लीग पार्टी से जुड़े चिन्हों को नष्ट किया और कई लोगों पर हमले किए। विशेष रूप से, अवामी लीग के नेता और मुक्ति युद्ध मामलों के पूर्व मंत्री मोजम्मल हक के घर पर भी हमला किया गया, जिससे इलाके में तनाव बढ़ गया। घायल हुए लोगों को शाहिद ताजुद्दीन अहमद मेडिकल कॉलेज और ढाका मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
संयुक्त ऑपरेशन में बांग्लादेश आर्मी, एयरफोर्स और पुलिस शामिल
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने बताया कि ऑपरेशन डेविल हंट के तहत बांग्लादेश आर्मी, एयरफोर्स, नेवी और पुलिस एक साथ मिलकर काम करेंगे। इस ऑपरेशन का उद्देश्य उन लोगों को पकड़ना और सजा दिलवाना है जो बांग्लादेश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गाजीपुर जिले में हुए हमलों के आरोपियों को पकड़ने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है और अब तक अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
छात्रों पर हमलों और मीडिया रिपोर्ट्स का मामला
इस ऑपरेशन के संबंध में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के नेताओं का कहना है कि उनके कार्यकर्ता लूटपाट को रोकने के लिए पूर्व मंत्री मोजम्मल हक के घर गए थे, लेकिन वहां पर बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ बांग्लादेश के 35 जिलों में पिछले कुछ दिनों में लगभग 70 हमले हो चुके हैं। यह स्थिति बांग्लादेश के भीतर बढ़ते राजनीतिक तनाव और अस्थिरता को उजागर करती है।
बांग्लादेश की सुरक्षा स्थिति और आगे का परिदृश्य
बांग्लादेश में सुरक्षा स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। देश में बढ़ते राजनीतिक तनाव और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की नीतियों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी हैं। ऐसे में ऑपरेशन डेविल हंट को बांग्लादेश सरकार की तरफ से एक बड़ा कदम माना जा रहा है, ताकि देश में कानून व्यवस्था को बहाल किया जा सके और अस्थिरता फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा सकें।
हालांकि, इस ऑपरेशन के असर और इसकी सफलता पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि बांग्लादेश में राजनीतिक विरोधियों और नेताओं के बीच संघर्ष अब भी जारी है। ऐसे में इस ऑपरेशन के परिणाम आने वाले दिनों में बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति को और प्रभावित कर सकते हैं।