ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई को लिखी चिट्ठी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह ईरान के साथ परमाणु समझौते पर बातचीत करने के इच्छुक हैं और इस संबंध में उन्होंने ईरान के सुप्रीम लीडर को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने उम्मीद जताई कि ईरान बातचीत के लिए सहमत होगा।
रॉयटर्स के मुताबिक, ट्रंप ने शुक्रवार (07 मार्च, 2025) को फॉक्स बिजनेस नेटवर्क से बातचीत करते हुए कहा, "मैंने उन्हें कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप बातचीत करेंगे, क्योंकि यह ईरान के लिए बेहद फायदेमंद होगा। मुझे लगता है कि वे उस पत्र को पाना चाहते हैं। दूसरा विकल्प यह है कि हमें कुछ करना होगा, क्योंकि हम परमाणु हथियारों का एक और निर्माण नहीं होने दे सकते।"
ट्रंप ने आगे कहा, "ईरान से निपटने के दो रास्ते हैं - एक तो सैन्य कार्रवाई और दूसरा समझौते के जरिए। मैं समझौते को तरजीह दूंगा, क्योंकि मैं ईरान को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। वे महान लोग हैं।" फिलहाल, ईरान के विदेश मंत्रालय की ओर से इस मामले पर कोई तात्कालिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
वहीं, रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने ईरानी राजदूत काजम जलाली के साथ ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर स्थिति सुलझाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों पर चर्चा की। ट्रंप ने जनवरी में पदभार संभालने के बाद अमेरिकी विदेश नीति में बड़ा बदलाव किया है। रूस के प्रति अमेरिका का रुख अब अधिक समझौतापूर्ण हो गया है, जो पश्चिमी देशों के अन्य सहयोगियों के लिए चिंता का कारण बन रहा है। ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने की कोशिशों में भी लगे हुए हैं।
ट्रंप ने पहले भी परमाणु डील की कोशिश की थी
2015 में ईरान परमाणु समझौते पर बातचीत शुरू हुई थी, लेकिन 2018 में ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिका ने इससे खुद को अलग कर लिया था। इसके बाद बाइडेन प्रशासन के दौरान भी ईरान के साथ परमाणु समझौते की दिशा में प्रयास जारी रहे।