सुप्रीम कोर्ट में कोलकाता रेप मर्डर पर कल सुनवाई
कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने रविवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया। सुप्रीम कोर्ट में स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले की सुनवाई से एक दिन पहला उनका यह दौरा हुआ है। सूत्रों ने बताया कि वर्मा ने अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया, वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से बात की और आपातकालीन विभाग का भी दौरा किया।
पुलिस आयुक्त का यह दौरा बलात्कार-हत्या मामले की सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में पुनः सुनवाई से एक दिन पहले हुआ है। 15 अगस्त की सुबह अस्पताल पर भीड़ ने हमला कर, सरकारी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में तोड़फोड़ की थी। यह घटना कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा बलात्कार-हत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के आदेश के ठीक एक दिन बाद हुई थी। अब कोलकाता पुलिस अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की जांच कर रही है।
अपनी सहकर्मी के लिए न्याय की मांग को लेकर एक महीने से अधिक समय तक चले आंदोलन के बाद काम पर लौटे जूनियर डॉक्टरों ने शनिवार रात कहा था कि सुनवाई के बाद वह पूरे बंगाल के सभी अस्पतालों में हड़ताल शुरू कर देंगे। डॉक्टरों ने यह निर्णय राज्य सरकार द्वारा उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के अपने वादे में विफल रहने के बाद लिया है।
जूनियर डॉक्टरों का कहना था कि अस्पताल में शुक्रवार को एक मरीज के परिजनों द्वारा अस्पताल के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ पर हमले के बाद, हमने अपनी सुरक्षा के बारे में पश्चिम बंगाल सरकार के आश्वासन में सारी आशा खो दी है। डॉक्टरों ने आरोप लगाया कि सगोर दत्ता अस्पताल में हुए हमले से पता चलता है कि राज्य सरकार उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के अपने वादे को निभाने में पूरी तरह से विफल रही है।
जूनियर डॉक्टरों में से एक ने कहा, 'हम राज्य को कुछ समय दे रहे हैं और सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में हमारी सुरक्षा के संबंध में उनकी दलीलें सुनना चाहते हैं। फिर, शाम 5 बजे से हम पूरे बंगाल के सभी अस्पतालों में काम बंद करना शुरू कर देंगे।' एक नर्स ने बताया कि शुक्रवार को एक महिला को सांस की तकलीफ होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की हालत ठीक नहीं थी और जब तक उसे ऑक्सीजन देने की कोशिश की जाती, तब तक उसकी मौत हो गई।