ट्रम्प के नए आदेश से अमेरिका में बसे लाखों भारतीयों पर संकट
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा हाल ही में जारी किए गए एक्जीक्यूटिव ऑर्डर ने भारतीय मूल के नागरिकों के लिए नई चिंता उत्पन्न कर दी है। इस आदेश के तहत, अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने के लिए जन्म के स्थान का मानदंड बदलने की योजना बनाई गई है, जिससे उन बच्चों की स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है जो अमेरिका में जन्मे हैं लेकिन जिनके माता-पिता भारतीय हैं।
अमेरिका में जन्मे बच्चों को नागरिकता देने की नीति दशकों से चली आ रही थी, और इसने दुनिया भर के अप्रवासी परिवारों के लिए एक सुरक्षित भविष्य की उम्मीद पैदा की थी। भारतीय प्रवासी परिवारों के लिए यह एक बड़ी राहत थी, क्योंकि उनके बच्चे अमेरिका में जन्मे होते हुए नागरिकता प्राप्त कर सकते थे, भले ही उनके माता-पिता अस्थायी वीजा पर वहां रहते हों। लेकिन ट्रंप का यह आदेश उन परिवारों के लिए चिंता का विषय बन गया है, जो अपने बच्चों के भविष्य के बारे में आश्वस्त थे।
इस बदलाव का असर भारतीय परिवारों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा। उन्हें न केवल अपने बच्चों की नागरिकता को लेकर चिंता होगी, बल्कि उनके लिए रोज़गार, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच में भी अड़चनें आ सकती हैं। यह स्थिति भारतीय समुदाय में असमंजस और डर का माहौल पैदा करेगी, जो पहले से ही प्रवासियों के प्रति नकारात्मक भावनाओं से जूझ रहे थे।
ट्रंप के इस आदेश से भारत और अमेरिका के बीच राजनयिक संबंधों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि यह न केवल भारतीयों को बल्कि अन्य देशों के नागरिकों को भी प्रभावित करेगा। इस नीति को लेकर अमेरिका में व्यापक विरोध की संभावना है, क्योंकि यह न केवल भारतीयों के लिए, बल्कि पूरी अप्रवासी समुदाय के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।