क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष होगा 2025

क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष होगा 2025
Quantum year 2025
संयुक्त राष्ट्र ने घोषणा की है कि 2025 क्वांटम विज्ञान और प्रौद्योगिकी का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष होगा। 2024 में क्वांटम कंप्यूटिंग के कई महत्वपूर्ण उपयोग दुनिया के सामने आए जिनमें दवा की खोज और वित्त और रसद से जुड़ी समस्याओं को हल करना शामिल है। क्वांटम कंप्यूटिंग से पारंपरिक कंप्यूटरों की तुलना में कुछ कम्प्यूटेशनल कार्यों को करोड़ों गुना अधिक तेजी से पूरा किया जा सकता है।

क्लाउड-आधारित क्वांटम कंप्यूटिंग में नए विकास के कारण यह तकनीक और भी अधिक व्यवसायों और संगठनों के लिए उपलब्ध हो जाएगी। 2025 वह साल हो सकता है जब हमारे जीवन पर क्वांटम कंप्यूटिंग का प्रभाव बहुत अधिक हो जाएगा। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह निकट भविष्य में जलवायु मॉडलिंग, भौतिक खोज, जीनोमिक्स, स्वच्छ ऊर्जा और एन्क्रिप्शन सहित कई क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि इसका एआई के विकास पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। 
जीनोमिक तकनीक और डेटा-संचालित स्वास्थ्य सेवा में क्रांतिकारी विकास होने की उम्मीद है। 2025 में हम कैंसर और दुर्लभ बीमारियों के उपचार के लिए बनाए गए टीकों में सफलता की उम्मीद है। वियरेबल  हेल्थ टेक्नोलॉजी और एआई पुरानी बीमारियों को पता लगाने में भी अहम भूमिका निभाएंगे, जो रियल-टाइम पर सेहत की जानकारी देंगे।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता ने पहले ही तमाम क्षेत्रों में क्रांति ला दी है, लेकिन 2025 वह वर्ष बनने जा रहा है जब एआई रचनात्मकता और समस्या-समाधान में एक साथी बन जाएगा। एआई से चलने वाले उपकरणों से वैज्ञानिक शोध, डेटा का विश्लेषण करने और यहां तक कि इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में कठिन कार्यों को खुद करने में मदद मिलने की उम्मीद है। एआई में प्रगति के साथ ये प्रणालियां अधिक पारदर्शी, भरोसेमंद और सुलभ हो सकती हैं।