राहुल गांधी ने आतिशी और जेपी नड्डा को लिखी चिट्ठी, AIIMS के मरीजों का उठाया मुद्दा

राहुल गांधी ने आतिशी और जेपी नड्डा को लिखी चिट्ठी, AIIMS  के मरीजों का उठाया मुद्दा
Rahul Gandhi

लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी ने 20 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखकर एम्स में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए उचित सुविधाओं के अभाव पर चिंता जताई और व्यवस्था में सुधार की अपील की। उन्होंने इस मुद्दे को 'मानवीय संकट' करार देते हुए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता जताई। यह पत्र लिखने से पहले राहुल गांधी ने 18 जनवरी को एम्स के बाहर मरीजों और उनके परिवारों से मुलाकात की थी।

राहुल गांधी ने अपने पत्र को सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि उन्होंने देखा कि कड़ाके की ठंड में कई मरीज और उनके परिजन मेट्रो स्टेशन के नीचे सोने को मजबूर हैं, जहां न तो पीने का पानी है और न ही शौचालय की व्यवस्था। इसके अलावा, आसपास कूड़े का ढेर भी देखा गया। राहुल ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग दिल्ली और एम्स आ रहे हैं, इससे यह स्पष्ट होता है कि लोगों को अपने क्षेत्रों में सस्ती और अच्छी गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

राहुल ने उम्मीद जताई कि उनके पत्र का संज्ञान लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री इस संकट का समाधान तुरंत करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने आशा जताई कि केंद्र सरकार आगामी बजट में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए ठोस कदम उठाएगी और इसके लिए जरूरी संसाधनों का आवंटन बढ़ाया जाएगा।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पत्र में कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि आप इस बात से सहमत होंगे कि किसी को भी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना चाहिए, विशेष रूप से तब जब वह पहले से ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहा हो।’’ उन्होंने यह भी कहा कि एम्स के बाहर मरीजों और उनके परिजनों की स्थिति यह दर्शाती है कि स्वास्थ्य सेवाएं अब भी लाखों भारतीयों की पहुंच से बाहर हैं, और इसे हल करने के लिए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।

दिल्ली सरकार को लिखे पत्र में राहुल ने सर्दी के मौसम में मरीजों और उनके परिजनों के लिए त्वरित कदम उठाने की अपील की। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एम्स और केंद्र सरकार के साथ-साथ गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से स्थायी सुविधाओं का निर्माण किया जाए, ताकि मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके।

राहुल ने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है और उन्होंने त्वरित हस्तक्षेप की मांग की, साथ ही कहा कि इस प्रयास में उन्हें पूरी तरह से समर्थन रहेगा।