कुवैती अमीर को भारत आने का न्योता दे रवाना हुए पीएम मोदी

कुवैती अमीर को  भारत आने का न्योता दे रवाना हुए पीएम मोदी
Modi with Ameer of Kuwait

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत का अपना दो दिवसीय दौरा पूरा करने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। इससे पहले कुवैत में पीएम मोदी और कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के बीच बैठक में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने समकक्ष शेख अहमद अल-अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा के साथ भी बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दूसरे दिन भारत और कुवैत ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी स्तर तक पहुंचाने पर सहमति जताई।

विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में दोनों देशों ने रक्षा, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से चार समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले, शाही महल बायन पैलेस में पीएम मोदी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया और उन्हें कुवैत के सर्वोच्च सम्मान द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर से नवाजा गया। पीएम को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, पीएम मोदी और महामहिम अमीर के बीच बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में भारत और कुवैत के रिश्ते और भी ज्यादा मजबूत होंगे। पीएम मोदी की कुवैत के प्रधानमंत्री हमद अल-अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा और क्राउन प्रिंस शेख सबा अल-खालिद अल-हमद अल-मुबारक अल-सबा के साथ भी मुलाकात हुई।विदेश मंत्रालय ने कहा, भारत-कुवैत द्विपक्षीय संबंध अच्छी तरह आगे बढ़ रहे हैं और उनके रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ने का स्वागत है। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय मंचों पर दोनों पक्षों के बीच घनिष्ठ समन्वय पर जोर दिया। क्राउन प्रिंस ने मोदी के सम्मान में भोज का आयोजन किया। पीएम मोदी और महामहिम अमीर ने अपनी बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच मजबूत ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों को याद किया।


पीएम मोदी के साथ मुलाकात के दौरान अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा ने कुवैत के विकास में विशाल एवं जीवंत भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। महामहिम अमीर ने कुवैत विजन 2035 साकार करने की दिशा में भारत की बड़ी भूमिका की उम्मीद जताई। वहीं, प्रधानमंत्री ने महामहिम अमीर और प्रधानमंत्री शेख अहमद अल-अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबा को भारत आने का निमंत्रण दिया। 
 

भारत-कुवैत के बीच रक्षा सहयोग संबंधी समझौता ज्ञापन इस क्षेत्र में द्विपक्षीय रिश्तों को संस्थागत रूप देगा। इसके तहत प्रशिक्षण, कर्मियों-विशेषज्ञों को एक-दूसरे के यहां भेजना, संयुक्त सैन्य अभ्यास, रक्षा उद्योग में सहयोग, रक्षा उपकरणों की आपूर्ति और अनुसंधान एवं विकास में सहयोग करना शामिल है।

दोनों देशों ने 2025-2029 के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के लिए करार किया, जिसके तहत कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और रंगमंच आदि का आयोजन होगा। सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में सहयोग किया जाएगा।

वर्ष 2025-2028 के बीच खेल क्षेत्र में कार्यकारी कार्यक्रम पर बनी सहमति के तहत स्पोर्ट्स लीडर्स की यात्राएं होंगी। इसमें खेल कार्यक्रमों में भागीदारी, खेल चिकित्सा, खेल प्रबंधन, खेल मीडिया, खेल विज्ञान आदि में विशेषज्ञता का आदान-प्रदान शामिल है।

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में कुवैत की सदस्यता के लिए भी ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह गठबंधन सामूहिक रूप से सौर ऊर्जा के उपयोग के साथ सदस्य देशों को कम कार्बन उत्सर्जन के साथ विकास पथ पर बढ़ने में मदद करता है।


विदेश मंत्रालय ने बताया कि बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने राजनीतिक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक और लोगों से लोगों के संबंधों सहित क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए एक रोडमैप पर चर्चा की। 

विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया दोनों नेताओं ने आर्थिक सहयोग को गहरा करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैती निवेश प्राधिकरण और अन्य हितधारकों के एक प्रतिनिधिमंडल को भी ऊर्जा, रक्षा, चिकित्सा उपकरणों, फार्मा, खाद्य पार्कों सहित अन्य क्षेत्रों में नए अवसरों को देखने के लिए भारत आने के लिए आमंत्रित किया। 

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं ने पारंपरिक चिकित्सा और कृषि अनुसंधान में सहयोग पर भी चर्चा की। उन्होंने संयुक्त सहयोग आयोग (जेसीसी) पर हाल ही में हस्ताक्षर किए जाने का स्वागत किया।  

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुवैत की तरफ से ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर से भी सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी फोटो साझा करके लिखा कि कुवैत के अमीर के हाथों यह सम्मान हासिल करने पर उन्हें बेहद गर्व हो रहा है। उन्होंने यह सम्मान भारत के 1.4 अरब लोगों, कुवैत में बसे भारतीय समुदाय और भारत-कुवैत संबंधों को समर्पित किया। कुवैत की सरकार न्यूज एजेंसी कुना की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी को यह सम्मान दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए प्रदान किया गया है।

कुवैत की तरफ से ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर मित्रता के प्रतीक के तौर पर विभिन्न देशों के राष्ट्राध्यक्षों, विदेशी शासकों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को प्रदान किया जाता है। इससे पहले यह सम्मान बिल क्लिंटन, प्रिंस चार्ल्स और जॉर्ज बुश जैसी हस्तियों को मिल चुका है।

सर्वोच्च सम्मान प्रदान किए जाने से पहले प्रधानमंत्री मोदी को शाही महल पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बायन पैलेस में मौजूद अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल सबा ने उनका स्वागत किया। इस दौरान उनके बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई। इस बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत-कुवैत संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारतीय समुदाय के कल्याण की दिशा में उठाए गए कदमों के लिए महामहिम अमीर का आभार जताया।