कार्यवाहक मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर लगी नेमप्लेट भी हटाई गई

दिल्ली सचिवालय को अब नई भाजपा सरकार के लिए तैयार किया जा रहा है, और इसमें कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं। यह तैयारियां सत्ता हस्तांतरण के दौरान सरकारी कामकाज की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की जा रही हैं। इसमें पूर्व मंत्रियों की नामपट्टिकाओं को हटाना और अन्य नियमित रखरखाव कार्यों को प्राथमिकता देना शामिल है।
सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सचिवालय परिसर को नई सरकार के स्वागत के लिए सजाया जा रहा है। पिछले सरकार के मंत्रियों की नामपट्टिकाएं हटा दी गई हैं, और नए कैबिनेट सहयोगियों के लिए उनके कार्यालयों की साज-सज्जा की जा रही है, ताकि नई सरकार के आगमन से पहले सब कुछ व्यवस्थित हो सके।
इस दौरान कार्यवाहक मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर लगी नेमप्लेट भी हटा दी गई है। सरकारी अभिलेखों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, विभिन्न विभागों की फाइलों को भी सुरक्षित कर लिया गया है। जीएडी ने पिछले सप्ताह सभी विभागों को यह निर्देश दिया था कि बिना पूर्व अनुमति के कोई भी फाइल, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड, या दस्तावेज सचिवालय और मंत्रियों के कैंप कार्यालयों से बाहर न जाएं। यह कदम सरकारी गोपनीयता बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच यह भी स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद दिल्ली में भाजपा की नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। भाजपा कार्यालय में उन संभावित विधायकों के नामों को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है, जो दिल्ली सरकार में अगले मुख्यमंत्री और मंत्री बन सकते हैं। यह पूरी प्रक्रिया राजनीतिक हलचल को और भी तेज कर रही है, और दिल्ली में एक नई सरकार के गठन के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं।