अयोध्या में हार का बदला लेने के लिए भाजपा ने कसी कमर
नवंबर 2024 में 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में 6 सीटों पर शानदार जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब अयोध्या स्थित मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर अपने कब्जे को सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से जुट चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट को अपनी साख का सवाल बना लिया है और अब मिल्कीपुर सीट को जीतकर वे फैजाबाद सीट पर मिली हार का बदला लेने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपचुनाव के लिए अपनी कैबिनेट के 6 मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है। ये मंत्री मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने के लिए मैदान में उतरेंगे। जिन मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई है, उनमें प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, सहकारिता राज्य मंत्री जेपीएस राठौर, आयुष एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री डॉ. दयाशंकर सिंह दयालु, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और सतीश शर्मा शामिल हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम भी इस विधानसभा क्षेत्र में लगातार दौरे करेंगे और जन संपर्क के जरिए इस सीट को जितने के लिए तैयारी करेंगे।
सीएम ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को बूथवार टोली बनाकर जनता से सीधा संवाद स्थापित करने और जनसंपर्क बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, संगठन के पदाधिकारियों को भी इस उपचुनाव में पूरी ताकत से जुटाने की योजना बनाई गई है।
मिल्कीपुर सीट को लेकर बीजेपी की विशेष रणनीति इस लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में यह सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने जीती थी। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद फैजाबाद सीट से सांसद चुन लिए गए, जिससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा। ऐसे में बीजेपी अब माइक्रो मैनेजमेंट के तहत मिल्कीपुर सीट को जीतने की योजना पर काम कर रही है, ताकि सपा की जीत का बदला लिया जा सके।
बीजेपी इस उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर स्थानीय नेताओं तक हर किसी को यह सीट जिताने के लिए मैदान में उतार दिया गया है।