वक्फ कानून में संशोधनों को लेकर जेपीसी बैठक में हंगामा, विपक्षी सांसदों का विरोध

वक्फ कानून में संशोधनों को लेकर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में एक बार फिर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल पर बैठक की तारीख और एजेंडा बदलने का आरोप लगाते हुए तीखा विरोध जताया।
इस बीच, जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कल्याण बनर्जी पर उन्हें गाली देने का आरोप लगाया। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के प्रस्ताव पर 10 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया।
विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद बैठक हुई शांतिपूर्ण
विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद, जेपीसी की बैठक सुचारू रूप से चली, जिसमें जम्मू-कश्मीर मुताहिदा मजलिस-ए-उलेमा के प्रमुख और अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख मीर वाइज उमर फारूख ने अपनी बात रखी। बैठक के दौरान विपक्षी सांसदों ने अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए हंगामा किया कि उन्होंने बैठक की तारीख और एजेंडा बिना सलाह-मशवरे के बदल दिया। सांसदों का आरोप था कि अध्यक्ष ने उनके साथ घरेलू नौकरों जैसा व्यवहार किया और सरकार के आदेशों पर काम किया।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि बैठक के दौरान अध्यक्ष के पास लगातार फोन आ रहे थे, जिसमें सरकार की ओर से निर्देश दिए जा रहे थे।
विपक्षी सांसदों की नाराजगी
विपक्षी सांसदों की नाराजगी की असली वजह 27 जनवरी को बुलाई गई बैठक थी, जिसमें वक्फ कानून में प्रस्तावित संशोधनों पर बिंदुवार चर्चा होने वाली थी। विपक्षी सांसद चाहते थे कि बैठक 30 या 31 जनवरी के बाद हो, जबकि संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट 29 जनवरी तक सौंपने का लक्ष्य रखा था।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट लाने की जल्दी दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी हुई है, ताकि पांच फरवरी के मतदान से पहले इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके।
जगदंबिका पाल का बयान
जगदंबिका पाल ने विपक्षी सांसदों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि जेपीसी का कार्यकाल पहले ही एक बार बढ़ाया जा चुका है, और अब उन्हें बजट सत्र से पहले अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। पाल ने यह भी कहा कि विपक्षी सांसद नहीं चाहते थे कि बैठक जारी रहे, इसलिए वे लगातार चिल्ला रहे थे और नारे लगा रहे थे।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कल्याण बनर्जी पर बैठक के दौरान असंसदीय आचरण के आरोप लग चुके हैं। एक बार उन पर बैठक के दौरान गुस्से में पानी की बोतल तोड़ने का आरोप लगा था, जिसके कारण उनका हाथ भी घायल हो गया था।