महाराष्ट्र चुनाव प्रक्रिया पर राहुल गांधी के गंभीर आरोप, आयोग देगा जवाब

कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले और शिवसेना (उद्धव बालासाहब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने बुधवार को एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की , जहां राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए। उनका दावा था कि चुनाव परिणामों में हेराफेरी की गई है।
राहुल गांधी ने कहा, "हम इस टेबल पर महाराष्ट्र में पिछला चुनाव लड़ने वाले पूरे विपक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। हम चुनाव के बारे में कुछ जानकारी लाने जा रहे हैं। हमारी टीमें काम कर रही हैं और हमें कई अनियमितताएं मिली हैं।" उन्होंने चुनाव आयोग से निवेदन किया कि उन्हें महाराष्ट्र के मतदाताओं के नाम और पते वाली मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि यह समझा जा सके कि ये नए नाम कौन-कौन से हैं और क्यों बहुत से मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं।
उन्होंने आगे कहा, "महाराष्ट्र में विधानसभा 2019 और लोकसभा 2024 के बीच पांच साल में 32 लाख नए मतदाता जोड़े गए, जबकि लोकसभा 2024 और विधानसभा 2024 के बीच केवल पांच महीने में 39 लाख नए मतदाता जोड़े गए। सवाल यह है कि इतने कम समय में इतने अधिक मतदाता कैसे जोड़े गए? यह हिमाचल प्रदेश के कुल मतदाताओं के बराबर है।"
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में राज्य की पूरी मतदाता आबादी से ज्यादा मतदाता क्यों हैं? "हमें समझने की जरूरत है कि यह अटकलें नहीं, बल्कि तथ्य हैं। चुनाव आयोग से हम यह जानना चाहते हैं कि महाराष्ट्र की एडल्ट जनसंख्या से अधिक मतदाता कैसे बन गए।" राहुल ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि वे उन्हें यह डेटा दें ताकि इन सवालों का उत्तर मिल सके। "अगर वे हमें मतदाता सूची देते हैं, तो हम यहां एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे, जहां इन सवालों के जवाब मिलेंगे।"
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद ही चुनाव आयोग की ओर से भी प्रतिक्रिया जारी कर दी गई। चुनाव आयोग ने ट्वीट कर बताया, 'चुनाव आयोग राजनीतिक दलों को प्राथमिकता वाले हितधारकों के रूप में मानता है। बेशक मतदाता सबसे अहम होता है और राजनीतिक दलों से आने वाले विचारों, सुझावों और सवालों को भी बहुत महत्व दिया जाता है। आयोग पूरे देश में समान रूप से अपनाए गए पूर्ण तथ्यात्मक और प्रक्रियात्मक मैट्रिक्स के साथ लिखित रूप में जवाब देगा।
वहीं, शिवसेना के संजय राउत ने भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाए और कहा कि यदि चुनाव आयोग 'जिंदा' है तो उसे राहुल गांधी द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ये नए मतदाता अब बिहार और यूपी में जाएंगे। वहीं, एनसीपी की सुप्रिया सुले ने भी चुनाव आयोग से निष्पक्षता की मांग की और आरोप लगाया कि कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में भ्रमित चुनाव चिन्ह के कारण उनके उम्मीदवार चुनाव हार गए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के आरोपों का पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने सभी सवालों का स्पष्ट जवाब दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी दिल्ली चुनाव के परिणामों के बाद एक नया नैरेटिव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी पार्टी दिल्ली में कहीं नहीं रहेगी।
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