महाकुंभ : कहानी हर्षा और मोनालिसा की

महाकुंभ : कहानी हर्षा और मोनालिसा की
IIT BaBa and Harsha - Monalisa

कहानी हर्षा की 

हर्षा रिछारिया महाकुंभ से तो चली गईं, लेकिन उनके अचानक रवाना होने की वजह आज भी चर्चा का विषय बनी हुई है। उनका महाकुंभ से लौटना स्वामी आनंद स्वरूप जी की तीखी फटकार के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने हर्षा को साध्वी का नकली भेष अपनाने, नकली जटा और त्रिपुंड लगाने पर लताड़ा था। स्वामी जी की इस आलोचना के बाद महाकुंभ में हर्षा का विरोध बढ़ गया और उन्हें मेला क्षेत्र छोड़ने को मजबूर होना पड़ा। हर्षा ने एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि वह साध्वी नहीं हैं, लेकिन धर्म को समझने के लिए महाकुंभ आई थीं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिन कारणों से उन्हें महाकुंभ छोड़ना पड़ा, उन लोगों को पाप लगेगा।

स्वामी आनंद स्वरूप जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार के "फर्जी लोगों" का महाकुंभ में होना मना किया जाना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसे लोग धार्मिक आयोजनों का अपमान न करें। उन्होंने कहा कि हर्षा ने छद्म भेष बनाकर महाकुंभ में प्रवेश किया, जो सनातन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन था। उनके अनुसार, यह एक साजिश थी, जिसे पहले से ही योजना के तहत किया गया था, ताकि हर्षा के फॉलोअर्स बढ़ सकें।

स्वामी जी ने आगे कहा कि हर्षा जैसी महिलाएं धर्म के पथ पर सच्चे इरादों से नहीं, बल्कि केवल प्रसिद्धि और फॉलोअर्स के लिए आई थीं। उनका दावा था कि ऐसे लोग धर्म के प्रतीक नहीं होते। उन्होंने यह भी कहा कि साध्वी बनने के लिए तपस्या और ब्रह्मचर्य की आवश्यकता होती है, जो हर्षा जैसे लोग केवल दिखावे के लिए अपनाते हैं। 

स्वामी जी ने हर्षा को यह सलाह दी कि उन्हें अपने किए पर प्रायश्चित करना चाहिए था और महाकुंभ से भागने के बजाय यहां रहकर माफी मांगनी चाहिए थी।

कहानी मोनालिसा की 

मोनालिसा, जो मध्य प्रदेश के इंदौर की रहने वाली एक आदिवासी महिला हैं, प्रयागराज महाकुंभ में रुद्राक्ष माला बेचकर अपने परिवार का पालन करती हैं। उनका वीडियो वायरल होने के बाद से महाकुंभ में उन्हें भारी भीड़ का सामना करना पड़ा। वीडियो, सेल्फी और रील बनाने वाले लोग उनका पीछा कर रहे हैं, जिससे वह काफी परेशान हो गईं। इस भीड़ के कारण उन्हें कई बार साधुओं के टेंट में शरण लेनी पड़ी।

मोनालिसा ने  बताया कि वह फिल्मों में ऐश्वर्या राय बच्चन की तरह सफल होना चाहती हैं, लेकिन वायरल होने के बाद भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया है कि अब वह महाकुंभ छोड़ने पर मजबूर हो गई हैं। वह  हर जगह घेर ली जाती हैं और उनकी सुरक्षा खतरे में है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें महाकुंभ से उठा ले जाने की धमकी भी दी थी।

मोनालिसा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि उनकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाए, क्योंकि सोशल मीडिया पर उन्हें इन्फ्लुएंसर माना जा रहा है और लोग उन्हें परेशान कर रहे हैं। इस कारण उनके लिए रुद्राक्ष माला बेचना मुश्किल हो गया है, और उनकी कमाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है। उनका परिवार कर्ज लेकर महाकुंभ में सामान लाया था, लेकिन अब उन्हें उसे बेचने में परेशानी हो रही है।