मध्य वर्ग को राहत देने वाला सराहनीय बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2025-26 को एक ऐसे समय में पेश किया गया है, जब भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता और समृद्धि की आवश्यकता थी। यह बजट न केवल मध्यम वर्ग को राहत प्रदान करने वाला है, बल्कि किसानों, युवाओं, और विशेष रूप से विकासशील क्षेत्रों को भी प्रोत्साहित करने वाला है।

इस बजट में सबसे बड़ी सराहनीय बात यह है कि सरकार ने आयकर ढांचे में बदलाव किया है, जिससे 12 लाख रुपये तक की वार्षिक आय पर कोई आयकर नहीं लगेगा। इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी और वे अपनी आय का बेहतर उपयोग कर सकेंगे। इसके अलावा, सरकार ने छोटे और मंझले किसानों के लिए कई योजनाएं घोषित की हैं, जिससे कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।

स्वास्थ्य क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं, जैसे कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए दवाओं पर कस्टम ड्यूटी में छूट देना। इससे आम जनता को सस्ती और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।

इसके अलावा, सरकार ने रोजगार सृजन और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई कदम उठाए हैं, जिससे युवाओं को बेहतर अवसर मिलेंगे। 5 नए आईआईटी संस्थानों में 6,500 सीटों की वृद्धि, और मेडिकल कॉलेजों में 10,000 सीटों का इज़ाफा इस दिशा में एक सकारात्मक कदम है।

कुल मिलाकर, यह बजट विकास, समृद्धि और जनता की भलाई की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह बजट भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा देगा।