रूस और युक्रेन के बीच शांति की नई उम्मीदें

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष ने न केवल दोनों देशों, बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस जटिल संकट के बीच भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति पहल को सराहा है । यह प्रयास न केवल दोनों देशों के लिए, बल्कि वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है।  

भारत ने हमेशा से शांति और अहिंसा के मार्ग को प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी कूटनीतिक कुशलता से विश्व मंच पर भारत की भूमिका को और मजबूत किया है। उनकी मध्यस्थता इस बात का प्रमाण है कि भारत न केवल अपने हितों, बल्कि वैश्विक हितों को भी महत्व देता है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप का शांति प्रयास भी सराहनीय है, क्योंकि उन्होंने अमेरिका के नेतृत्व में इस संकट को सुलझाने की पहल की है।  

रूस-यूक्रेन संघर्ष ने वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा और खाद्य आपूर्ति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। ऐसे में, शांति प्रयासों का महत्व और बढ़ जाता है। भारत की मध्यस्थता इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसने हमेशा संतुलित और तटस्थ रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों पक्षों से संवाद बनाए रखा है, जो एक सफल मध्यस्थता के लिए आवश्यक है।  

हालांकि, शांति प्रक्रिया आसान नहीं होगी। दोनों देशों के बीच गहरे मतभेद और ऐतिहासिक तनाव हैं। लेकिन, भारत और अमेरिका के प्रयासों से एक संवाद का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। यह समय है कि विश्व समुदाय एकजुट होकर इस संकट का समाधान खोजे।  

हम भारत और अमेरिका के शांति प्रयासों का स्वागत करते हैं और आशा करते हैं कि यह पहल वैश्विक शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।