प्रियंका, खरगे गैरहाजिर; कांग्रेस का प्रचार सवालों के घेरे में

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का प्रचार फिलहाल सवालों और संशय के घेरे में है, लेकिन 28 जनवरी से यह जोर पकड़ने वाला है। पार्टी ने मुख्य रूप से रैलियों और जनसभाओं का शेड्यूल तैयार किया है, जिसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और स्टार प्रचारक शामिल होंगे।
शुरुआत में राहुल गांधी की 22 से 24 जनवरी के बीच तीन जनसभाएं इंद्रलोक, मुस्तफाबाद और मादीपुर में आयोजित होने वाली थीं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी बिहार के एक राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे, जहां वह गले के संक्रमण और वायरल बुखार का शिकार हो गए। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी, जिसके चलते उनकी सभी जनसभाएं रद्द कर दी गईं।
कांग्रेस को यह स्थिति परेशान कर रही है, क्योंकि राहुल गांधी की अनुपस्थिति के साथ-साथ प्रियंका वाड्रा और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी प्रचार में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। इस बीच, आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेता प्रचार में सक्रिय हैं, जबकि कांग्रेस हाथ पर हाथ धरे बैठी नजर आ रही है। भाजपा और आप के कई प्रमुख नेता एक साथ कई जगहों पर प्रचार कर रहे हैं।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली चुनाव प्रचार में थोड़ी ढील का कारण राहुल गांधी की सेहत के साथ-साथ पार्टी का राष्ट्रीय स्तर पर चल रहा अभियान 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' है। सोमवार को महू में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जन्मस्थली पर बड़ा कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें पार्टी के कई बड़े नेता शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद 28 जनवरी से चुनाव प्रचार को गति दी जाएगी।
अब 28 जनवरी से राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा, मल्लिकार्जुन खरगे और 40 स्टार प्रचारक पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे। नेताओं की उपस्थिति के स्थान अभी तय किए जा रहे हैं।