जम्मू एंड कश्मीर बैंक को 16,000 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस

जम्मू एंड कश्मीर बैंक को 16,000 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस
J&K Bank ; File photo

जम्मू एंड कश्मीर बैंक को 16,000 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस मिलने के बाद से पूरे वित्तीय क्षेत्र में हलचल मच गई है। बैंक को 8,161 करोड़ रुपये की जीएसटी डिमांड और इतनी ही राशि की पेनाल्टी भी लगाई गई है, जिससे कुल रकम 16,322 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। हैरानी की बात यह है कि बैंक का कुल बाजार मूल्य केवल करीब 11,300 करोड़ रुपये है, जो इसे आर्थिक रूप से एक बड़ी चुनौती बना देता है। इस खबर के बाद, बैंक के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन गया।

4 फरवरी 2025 को जम्मू के जीएसटी कमिश्नर द्वारा बैंक को यह नोटिस भेजा गया था। इस घटना के बाद, शेयर बाजार में बैंक के शेयर 3.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.26 रुपये के इंट्राडे लो तक पहुंच गए। पिछले दिन के बंद भाव 103.35 रुपये के मुकाबले यह गिरावट काफी तेज थी, और इसकी वजह से शेयर बाजार में काफी उतार-चढ़ाव आया।

बैंक ने इस नोटिस के बारे में शेयर एक्सचेंज को जानकारी दी और बताया कि जम्मू के सेंट्रल जीएसटी कमिश्नरेट के ज्वॉइंट कमिश्नर ने 81,30,66,42,768 रुपये का जीएसटी और जुर्माना लगाने की बात की है। हालांकि, बैंक ने यह भी स्पष्ट किया कि इस जीएसटी डिमांड का बैंक की वित्तीय, ऑपरेशनल या अन्य किसी गतिविधि पर कोई असर नहीं पड़ेगा। 

यह नोटिस बैंक द्वारा लागू किए गए ट्रांसफर प्राइसिंग मैकेनिज्म (टीपीएम) के तहत प्राप्त ब्याज पर जीएसटी लगाने के कारण आया है। बैंक ने बताया कि टीपीएम का उद्देश्य विभिन्न व्यावसायिक यूनिट्स के बीच पैसों के ट्रांसफर के लिए एक बेस तैयार करना है, और इस पर जीएसटी लगाना गलत है।

यह पहली बार नहीं है जब बैंक पर नियामक कार्रवाई की गई हो। इससे पहले, आरबीआई ने केवाईसी नियमों का उल्लंघन करने के लिए बैंक पर 3.31 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। यह घटनाएं बैंक के लिए मुश्किलें बढ़ाती जा रही हैं और भविष्य में इससे बैंक की प्रतिष्ठा और वित्तीय स्थिति पर असर पड़ सकता है। 

इस पूरे घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया है कि नियामक कार्रवाई और जीएसटी के मुद्दे पर बैंक को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। अब यह देखना होगा कि बैंक इस स्थिति से कैसे उबरता है और क्या इसका असर इसके दीर्घकालिक प्रदर्शन पर पड़ेगा।