तीन दिनों की बढ़त के बाद शेयर बाजार फिर बिगड़ा

घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन तीन दिनों की बढ़त गंवाकर नकारात्मक क्षेत्र में बंद हुआ। सेंसेक्स 423.49 अंक (0.54%) गिरकर 76,619.33 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 108.60 अंक (0.47%) की गिरावट के साथ 23,203.20 के स्तर पर बंद हुआ। रुपया भी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की गिरावट के साथ 86.62 पर बंद हुआ।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद 2.79% की बढ़त दर्ज की गई। विप्रो ने भी शुक्रवार को अपने नतीजे जारी किए। हालांकि, प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी तीन दिनों की तेजी के बाद गिरावट के साथ बंद हुए। इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक के शेयरों में बिकवाली के चलते यह गिरावट आई। इसके अलावा, विदेशी पूंजी के लगातार बाहर जाने और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से भी बाजार पर दबाव बना।
बात करें सेंसेक्स और निफ्टी की तो सेंसेक्स 423.49 अंक या 0.54% गिरकर 76,619.33 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 108.60 अंक या 0.47% गिरकर 23,203.20 पर आ गया। 30 शेयरों वाली ब्लू-चिप कंपनियों में से इंफोसिस में लगभग 6% की गिरावट आई, भले ही उसने इस वित्तीय वर्ष में तीसरी बार वार्षिक बिक्री पूर्वानुमान बढ़ाया था। एक्सिस बैंक के शेयर में भी तिमाही परिणामों के बाद 4% से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा, कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईसीआईसीआई बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक और बजाज फिनसर्व जैसे शेयरों में भी गिरावट रही।
वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 2.50% की बढ़त आई, क्योंकि कंपनी ने दिसंबर तिमाही में शुद्ध लाभ में 7.4% की वृद्धि की सूचना दी। इसका कारण खुदरा कारोबार में सुधार, उच्च टैरिफ के कारण दूरसंचार आय में वृद्धि और तेल व पेट्रोकेमिकल कारोबार का अच्छा प्रदर्शन था। जोमैटो, रिलायंस, नेस्ले, एशियन पेंट्स और पावर ग्रिड प्रमुख लाभकारी शेयर रहे।
एशियाई और यूरोपीय बाजारों में मिश्रित रुझान देखा गया, जहां सियोल और टोक्यो में गिरावट रही, जबकि शंघाई और हांगकांग में तेजी रही। यूरोपीय बाजारों में बढ़त रही, जबकि अमेरिकी बाजार में गिरावट आई। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने गुरुवार को 4,341.95 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.17% बढ़कर 81.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।