कॉन्सर्ट के आयोजनों की टिकटों की कालाबाजारी एक बार फिर सुर्खियों में

कॉन्सर्ट के आयोजनों  की टिकटों की कालाबाजारी एक बार फिर सुर्खियों में
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मुंबई में रैपर हनी सिंह के कॉन्सर्ट के आयोजन के दौरान टिकटों की कालाबाजारी एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार आरोप है कि हनी सिंह के कॉन्सर्ट के लिए बुक की गई टिकटें बिना नाम के बेची जा रही थीं। मुंबई साइबर सेल ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए टिकट एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, और अब जौमैटो प्लेटफॉर्म को इस पर जवाब देना होगा। यह पहली बार नहीं है जब टिकटों की कालाबाजारी का मामला सामने आया हो; इससे पहले कोल्डप्ले बैंड के भारत दौरे पर भी ऐसी ही घटना घटी थी।

कोल्डप्ले के कॉन्सर्ट के टिकटों की कालाबाजारी ने भी लोगों का ध्यान आकर्षित किया था, जब बुकमाइशो पर बिना नाम वाले टिकट बेचे जा रहे थे। थोक में खरीदी गई टिकटों की कालाबाजारी शुरू हो गई थी, जिससे मुंबई साइबर सेल को सख्ती से हस्तक्षेप करना पड़ा था। पुलिस ने बुकमाइशो और जोमैटो को चेतावनी दी थी कि वे नाम प्रिंट करके टिकट बेचें, ताकि कालाबाजारी पर काबू पाया जा सके।

इसी तरह, पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के दौरान भी टिकटों की कालाबाजारी का मामला सामने आया था। कुछ घंटों में ही सभी टिकटें बिक गईं और इसके बाद टिकटों की कीमत में बेतहाशा वृद्धि देखी गई। खबर है कि एक टिकट को कई लाख रुपयों में बेचा गया था। इस पर सिख समाज ने आपत्ति जताई थी और दिल्ली में भी अक्टूबर में दोसांझ के कॉन्सर्ट के दौरान ऐसी ही घटनाएं सामने आई थीं। इस मामले में बुकमाइशो ने एफआईआर दर्ज कराई और  कार्रवाई हुई थी।

टिकटों की कालाबाजारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी कदम उठाए थे। ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत जांच शुरू की और दिल्ली, मुंबई, जयपुर में कई स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी में कालाबाजारी करने वालों के फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और अन्य सामग्री बरामद की गई, और बाद में मुलजिमों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

यह मुद्दा न केवल आयोजकों के लिए, बल्कि आम दर्शकों के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि ऐसे मामलों के कारण उनका मनोरंजन अनुभव बिगड़ जाता है और सही कीमत पर टिकट पाना मुश्किल हो जाता है।