वाराणसी में वर्षों से बंद मंदिर का ताला खुला, तीन शिवलिंग मिले
वाराणसी के मदनपुरा स्थित गोल चबूतरा के पास स्थित एक पुराने शिव मंदिर का ताला बुधवार दोपहर को प्रशासन ने खुलवाया। कई सालों से बंद इस मंदिर को फिर से खोला गया और अंदर की सफाई की गई। सफाई के दौरान तीन शिवलिंग मिले, जिनमें से एक खंडित था। मंदिर की शुद्धि के लिए वहां मौजूद लोगों ने गंगा जल से अभिषेक किया। इसके बाद, प्रशासन ने मंदिर को फिर से ताला लगा दिया और उसकी चाभी विश्व हिंदू परिषद के राजेश को सौंप दी।
बीते साल दिसंबर में, मंदिर के बंद होने की सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन सक्रिय हुए थे। पुलिस ने मंदिर का ताला खोला और भीतर का निरीक्षण किया। इसके बाद मंदिर को फिर से बंद कर दिया गया था।
बुधवार को डीसीपी काशी, गौरव बंशवाल और एडीएम सिटी आलोक वर्मा की अगुवाई में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मदनपुरा पहुंची। ताला कटर से काटकर खोला गया और मंदिर के भीतर का मलबा बाहर निकाला गया। करीब एक ट्रॉली मलबा बाहर निकाला गया और मंदिर के आसपास की सफाई भी की गई। सफाई के बाद तीन शिवलिंग मिले, जिनमें से एक खंडित था। इसके बाद सनातन रक्षक दल के सदस्य मंदिर में दाखिल हुए और विधिवत पूजा-अर्चना की।
मंदिर के पुनः खोले जाने पर काशी की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल भी सामने आई। मुस्लिम समुदाय के लोग भी इस घटना में शामिल हुए और उन्होंने इसका स्वागत किया। स्थानीय मुस्लिम निवासी बशीर ताज बाबा ने कहा कि कोई आपत्ति नहीं है, मंदिर है तो लोग पूजा करें। मोहल्ले के लोग मिलकर गंगा-जमुनी संस्कृति को बनाए रखेंगे।
सनातन रक्षक दल के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि यह मंदिर सिद्धेश्वर महादेव का है और यहां के शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा बाद में शुभ मुहूर्त में की जाएगी।