महाराष्ट्र विधान परिषद के लिए सत्ता पक्ष में लॉबीइंग तेज ; विपक्ष में सन्नाटा

महाराष्ट्र विधान परिषद की 5 खाली सीटों के लिए आगामी 27 मार्च को चुनाव होने जा रहे हैं, और इस चुनाव में बीजेपी-3, शिवसेना और एनसीपी को एक-एक सीट मिलना लगभग तय माना जा रहा है। इसी वजह से दोनों दलों में टिकट पाने के लिए जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। अगर संयुक्त विपक्ष प्रयास करे तो एक सीट मिल सकती है, पर लगता है कि क्रॉस वोटिंग और पार्टी में फूट के डर से विपक्ष में कोई हलचल नहीं है।
विधान परिषद के उपचुनाव में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को एक-एक सीट मिलने की संभावना के चलते इन दोनों पार्टियों में टिकट के लिए कड़ा संघर्ष जारी है।
शिवसेना में जिन नामों की चर्चा है:
- रविंद्र फाटक
- शीतल म्हात्रे
- चंद्रकांत रघुवंशी
एनसीपी में जिन नामों की चर्चा है:
- जीशान सिद्दीकी
- संग्राम पाटील
- आनंद परांजपे
बीजेपी में जिन नामों की चर्चा है:
- राम सातपुते
- जगदीश मुलीक
- संदीप जोशी
- संजय केणीकर
- प्रमोद जठार
- केशव उपाध्ये
विधान परिषद की सीटें कैसे खाली हुईं?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में आमश्या पडवी, प्रवीण दटके, राजेश विटेकर, रमेश कराड और गोपिचंद पडलकर ये सभी विधायक पहले विधान परिषद के सदस्य थे, लेकिन वे विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गए। इसके चलते उनकी विधान परिषद की सीटें खाली हो गईं, और अब इन सीटों पर उपचुनाव हो रहा है।
विधान परिषद उपचुनाव के कार्यक्रम: • 17 मार्च – नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख
• 18 मार्च – नामांकन पत्रों की जांच
• 20 मार्च – नाम वापस लेने की आखिरी तारीख
• 27 मार्च – सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान, शाम 5 बजे मतगणना और परिणामों की घोषणा।