फोनपे ने अपना Account Aggregation का कारोबार समेटा

देश की सबसे बड़ी वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी फोनपे ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की कि वह खाता एकत्रीकरण (Account Aggregation) कारोबार से बाहर निकल रही है। कंपनी ने बताया कि उसने अपनी उम्मीद के मुताबिक सेवाएं देने के लिए पर्याप्त साझेदार नहीं जोड़ पाए हैं, जिसके कारण अब वह एए (Account Aggregator) परिचालन को बंद कर रही है। इसके तहत, कंपनी को उपयोगकर्ताओं की सहमति से उनकी वित्तीय जानकारी प्राप्त करने और ऋण, क्रेडिट कार्ड जैसे वित्तीय उत्पाद प्रदान करने के लिए बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों से साझा करने की अनुमति मिली थी।
फोनपे ने कहा, "हमें गर्व है कि हम दो साल से भी कम समय में अपने एए प्लेटफॉर्म पर लगभग 5 करोड़ भारतीयों को पंजीकृत करने में कामयाब रहे।" यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म के जरिए वित्तीय सेवाओं को अधिक से अधिक भारतीयों तक पहुंचाने की कोशिश की थी। हालांकि, कंपनी ने स्वीकार किया कि प्रतिस्पर्धी प्राथमिकताओं और आवश्यक साझेदारों की कमी के कारण, वह अपनी योजना के मुताबिक सभी वित्तीय सूचना प्रदाताओं (FIPs) को शामिल नहीं कर पाई।
इसका मतलब यह है कि अब फोनपे ग्रुप खाता एकत्रीकरण के व्यवसाय से बाहर निकलने का निर्णय ले चुका है और भविष्य में वह अन्य एए के साथ साझेदारी करेगा। जून 2023 में फोनपे को एनबीएफसी-एए लाइसेंस प्राप्त हुआ था, जो उसे इस कारोबार में कदम रखने का अधिकार प्रदान करता था। हालांकि, अब कंपनी ने इसे पूरी तरह से छोड़ने का निर्णय लिया है।
कंपनी ने यह भी बताया कि वह शीघ्र ही अपने एए उपयोगकर्ता आधार से संपर्क करेगी और उन्हें इस निर्णय के बारे में सूचित करेगी। साथ ही, नियामक दिशानिर्देशों के तहत वह उपयोगकर्ताओं को इस बदलाव के अनुसार सहायता प्रदान करेगी।
यह निर्णय फोनपे के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि यह तकनीकी और वित्तीय क्षेत्रों में लगातार बदलते बाजार की वास्तविकताओं को स्वीकार करने का संकेत देता है। हालांकि, फोनपे ने इस निर्णय के बाद भी अपने अन्य वित्तीय उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत दिया है, जिससे कंपनी भविष्य में अपने व्यवसाय को नई दिशा में आगे बढ़ा सके।