दावोस में फडणवीस के विदेशी निवेश समझौतों के दावे पर उठाये सवाल

मुंबई, 23 जनवरी 2025: महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेताओं शरद पवार और आदित्य ठाकरे ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) की वार्षिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा किए गए विदेशी निवेश समझौतों के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार की आलोचना की है।
आदित्य ठाकरे ने कहा, "मुख्यमंत्री फडणवीस द्वारा दावोस में किए गए निवेश समझौते के दावे केवल एक दिखावा हैं। हमें ऐसे समझौतों के वास्तविक असर और जमीन पर लागू होने वाले परिणामों पर ध्यान देना चाहिए। इन दावों का कोई ठोस प्रमाण नहीं है।" उन्होंने यह भी कहा कि इन 61 समझौतों में से अधिकतर कंपनियां भारतीय हैं, और केवल एक कंपनी विदेशी है, जिससे यह साबित होता है कि विदेशी निवेश का दावा अतिरंजित है।
शरद पवार ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कहा, "'महाराष्ट्र सरकार द्वारा दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक के दौरान भारतीय कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करना और उन्हें निवेश के रूप में पेश करना भ्रामक है.''
फडणवीस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि उनके नेतृत्व में महाराष्ट्र ने 61 समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जिनसे राज्य में 15.70 लाख करोड़ रुपये का निवेश आएगा और 16 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने इन निवेश समझौतों को महाराष्ट्र के स्वर्णिम युग की शुरुआत बताया था।
हालांकि, विपक्षी नेताओं का कहना है कि ये दावे सिर्फ प्रचारित करने के लिए किए गए हैं और वास्तविकता से परे हैं। अब देखना यह है कि सरकार इन दावों के बारे में और क्या स्पष्टता प्रदान करती है।
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