जम्मू कश्मीर में तीसरे चरण में हुई वोटिंग में आया भारी उछाल
90 विधानसभा सीटों वाले जम्मू-कश्मीर में 1 अक्टूबर को अंतिम तीसरे चरण के लिए सात जिलों की 40 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान का आंकड़ा बढ़ता ही जा रही है। हाल यह है कि मतदान का जो प्रतिशत मंगलवार रात 9 बजे तक 65.71 फीसदी था। वह अगले दिन बुधवार को 21 घंटे बाद बुधवार शाम 6 बजे लोकसभा चुनावों की तरह चार फीसदी बढ़कर 69.69 तक जा पहुंचा है। इसमें लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है।
आयोग का कहना है कि यूं तो इस अंतिम चरण में सभी मतदाताओं ने वोटिंग के प्रति अधिक क्रेज दिखाया। लेकिन इनमें भी महिलाओं,यूथ और बुजुर्गों ने जमकर वोटिंग करते हुए नया रिकॉर्ड बना दिया। 100 साल की उम्र वाले वोटर भी वोट डालने पोलिंग स्टेशन पहुंचे। हालांकि, 2014 के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों में इस साल लोकसभा चुनावों से अधिक मतदान हुआ।
सचाई यह भी है कि यह मतदान 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के 65.23 फीसदी मुकाबले काफी रहा। इसका असल कारण इस बार पहले दो चरण में वोटिंग कम होना भी रहा। जिसमें पहले चरण में 24 सीटों के लिए 61.38 फीसदी और 26 सीटों के लिए दूसरे चरण में 57.31 वोट पड़े। जबकि सबसे कम वोट पड़ने वाली सीटों में बारामुला जिले की सुपौर सीट रही। जहां 45.32 फीसदी ही वोट पड़े। दूसरे नंबर पर इसी जिले की बारामुला सीट रही। यहां 53.90 फीसदी वोट पड़े।