आतंकी हाफिज सईद के साले की पाकिस्तान में हत्या, दरवाजे पर गोली से उड़ाया

आतंकी हाफिज सईद के साले की पाकिस्तान में हत्या, दरवाजे पर गोली से उड़ाया
मौलाना काशिफ अली ; फाइल फोटो

पाकिस्तान में इन दिनों आतंकवादी अपने ही देश में खौफ के साये में जी रहे हैं, और इसकी वजह है एक रहस्यमय समूह के अज्ञात हमलावर, जो एक के बाद एक आतंकियों को अपने रास्ते से हटा रहे हैं। इस अनजान ताकत ने आतंकवादियों के बीच खौफ का माहौल बना दिया है। ताजा घटना में भारत के दुश्मन एक और आतंकवादी का सफाया कर दिया गया है। 

आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की राजनीतिक विंग के प्रमुख मौलाना काशिफ अली को 17 फरवरी 2025 को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। यह घटना पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी जिले में हुई, जब अज्ञात बंदूकधारियों ने काशिफ अली के घर पर हमला किया। मौलाना काशिफ, जो भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी हाफिज सईद का साला था, के रिश्तेदारों ने बताया कि उसके साथ इलाके में किसी तरह की कोई दुश्मनी नहीं थी, और हत्या के पीछे का कारण भी अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। 

घटना के बाद, काशिफ अली को गंभीर रूप से घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। डॉन न्यूज के मुताबिक, जिला पुलिस अधिकारी अजहर खान ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है, और काशिफ की पत्नी ने एफआईआर दर्ज कराई है। उसके अनुसार, अज्ञात हमलावरों की गोलीबारी में उसके पति गंभीर रूप से घायल हो गए थे, और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

मौलाना काशिफ अली ने पीएमएमएल (पाकिस्तान मुस्लिम लीग-मेहराज) के माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा की राजनीतिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई थी, जिसका उद्देश्य पाकिस्तान की राजनीति में इस आतंकवादी समूह को कानूनी रूप से मान्यता दिलाना था। लश्कर-ए-तैयबा का नाम 2008 के मुंबई हमलों सहित कई बड़े आतंकवादी हमलों में सामने आ चुका है, और इसे भारत, अमेरिका समेत कई अन्य देशों द्वारा आतंकवादी संगठन माना जाता है। 

हालांकि, पाकिस्तान में अधिकारियों ने अभी तक इस हत्या पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन यह घटना यह संकेत देती है कि पाकिस्तान में आतंकवादियों के लिए अब जान बचाने के लाले पड़ रहे हैं।