CM योगी के गिद्ध-सूअर वाले बयान पर सियासत गर्म

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में महाकुंभ को लेकर विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में जो भी लोग आए, उन्होंने वही पाया, जो वे ढूंढ रहे थे। गिद्धों को केवल लाशें मिलीं, सूअरों को गंदगी मिली। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए यह भी कहा कि जिनके अंदर सिर्फ नकारात्मकता है, उन्हें यही मिलेगा। यह बयान सुनते ही समाजवादी पार्टी के नेता भड़क उठे।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष, माता प्रसाद पांडे ने सीएम योगी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "सीएम योगी होश में नहीं हैं। उनकी भाषा पूरी तरह से बिगड़ चुकी है। इस तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का क्या मतलब है?" वहीं, सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने सीएम के बयान को लेकर कहा कि उन्होंने गिद्धों और सूअरों से हमारी सरकार की तुलना की है। मेहरोत्रा ने यह भी कहा कि भाजपा धर्म का ढोंग करती है, जबकि हम असली धर्म को मानते हैं।
मैनपुरी के पूर्व सांसद और सपा विधायक तेजप्रताप यादव ने भी इस बयान पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा, "सीएम योगी सनातन धर्म का चादर ओढ़कर अपनी नाकामियों को छुपाने का काम कर रहे हैं। उनकी यह बिगड़ी हुई भाषा किसी भी मुख्यमंत्री के लिए ठीक नहीं है।"
सीएम योगी ने महाकुंभ की तुलना करते हुए कहा था कि इस आयोजन में हर किसी को अपनी मानसिकता के हिसाब से कुछ न कुछ मिला। उन्होंने कहा, "गिद्धों को लाशें मिलीं, सूअरों को गंदगी मिली, जबकि संवेदनशील लोगों को रिश्तों की सुंदरता, आस्थावान को पुण्य, सज्जनों को सज्जनता और भक्तों को भगवान मिले।"
वहीं, सपा पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा, "सपा के लोग गरीबी का सामना नहीं करते, यही कारण है कि ये लोग गरीबों का मजाक उड़ाते रहते हैं। इनकी सरकार कभी भी गरीबों के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना पाई।"