'वर्षों से OSD और PA के रूप में काम करने वाले अधिकारियों के दलालों से संबंध हैं'

पालकमंत्रियों की नियुक्तियों को लेकर चल रही हलचल अब मंत्रियों के OSD (विशेष कार्य अधिकारी) और PS (निजी सचिव) की नियुक्तियों तक पहुँच गई है। शिवसेना के नाराज मंत्रियों ने यह सवाल उठाया कि OSD और PS की नियुक्तियाँ क्यों नहीं हो रही हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कई वर्षों से OSD और PA के रूप में काम करने वाले अधिकारियों के दलालों से संबंध हैं, इसलिए भले ही उनकी सिफारिश की जाए, वे ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति नहीं करेंगे।
महायुति सरकार में विभिन्न मुद्दों पर नाराजगी व्यक्त करने वाले शिवसेना के मंत्रियों ने एक बार फिर अपनी नाराजगी मुख्यमंत्री से जताई। सरकार में सत्तारूढ़ हुए डेढ़-दो महीने हो गए हैं, लेकिन फिर भी मंत्रियों के OSD और PA की नियुक्तियाँ क्यों नहीं हो रही हैं, यह सवाल उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा। इसके बाद शिवसेना के मंत्रियों की नाराजगी सामने आई। उस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाहर किया और चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा, "कई सालों से कुछ अधिकारी OSD और PS का काम कर रहे हैं। उनके दलालों से संबंध हो गए हैं। इसलिए अगर उनकी सिफारिश की जाए, तो भी मैं उनकी नियुक्ति नहीं करूंगा। यह सब आपके भले के लिए है। यह निर्णय मेरे लिए नहीं, बल्कि आप सभी के भले के लिए है। यह निर्णय महाराष्ट्र के हित में है।"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मंत्रियों के OSD और PS की नियुक्ति करते वक्त अधिकारियों का चरित्र जांचा जाएगा और फिर ही नियुक्ति की जाएगी।
इस बीच, कैबिनेट की इस चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने कुछ मंत्रियों के OSD और निजी सचिवों की सूची को मंजूरी दे दी है, जबकि कुछ मंत्री अभी भी प्रतीक्षा में हैं।