लाल निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; 824 अंक गिरा सेंसेक्स , निफ्टी 22850 से नीचे पहुंचा

लाल निशान पर बंद हुआ शेयर बाजार; 824 अंक गिरा सेंसेक्स , निफ्टी 22850 से नीचे पहुंचा
Bull and Bear; Share Market

शेयर बाजार में सोमवार को कमजोर वैश्विक रुझानों और आईटी व तेल व गैस क्षेत्र के शेयरों में भारी बिकवाली के कारण गिरावट देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 824 अंक लुड़ककर सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 1.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,366.17 पर बंद हुआ, जबकि इसमें 23 शेयरों में गिरावट आई और 7 शेयरों में बढ़त रही। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स का उच्चतम स्तर 75,925.72 और निम्नतम स्तर 75,267.59 रहा। 

निफ्टी, जो 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स है, 263.05 अंक या 1.14 प्रतिशत गिरकर 22,829.15 पर बंद हुआ। यह 6 जून 2024 के बाद पहली बार 23,000 के स्तर से नीचे गिरा। सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 9.43 लाख करोड़ रुपये घटकर 410.08 लाख करोड़ रुपये हो गया।

अमेरिकी व्यापार नीति में अनिश्चितता के कारण निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे आईटी, दूरसंचार, बिजली, उपभोक्ता वस्तुएं, तेल व गैस और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट आई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोलंबिया पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया गया, जब कोलंबिया ने निर्वासित प्रवासियों को वापस लेने पर सहमति जताई।

सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक में 4.49 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि जोमैटो, टेक महिंद्रा, पावरग्रिड और टाटा मोटर्स के शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। इंफोसिस, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारती एयरटेल में भी बिकवाली हुई, जिससे सूचकांक सात महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में 1.39 प्रतिशत की बढ़त रही। इसके अलावा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एमएंडएम, एसबीआई और एलएंडटी भी बढ़त दिखाने वाले शेयरों में शामिल थे।

वैश्विक बाजारों में भी बिकवाली का माहौल था। शंघाई और टोक्यो के बाजार कमजोर विनिर्माण आंकड़ों के कारण गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली, जर्मनी का DAX 1.1 प्रतिशत, पेरिस का CAC 40 0.8 प्रतिशत और ब्रिटेन का FTSE 100 0.3 प्रतिशत गिरा। अमेरिकी शेयरों में भी वायदा कारोबार में गिरावट आई। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 2,758.49 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.22 प्रतिशत बढ़कर 78.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।