महिला U19 T20 WC: भारत ने लगातार दूसरी बार चैंपियन बनकर इतिहास रचा

भारतीय महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम ने एक बार फिर से अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए लगातार दूसरी बार टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। इस बार फाइनल में भारतीय गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 82 रनों पर समेटते हुए सिर्फ 11.2 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। गोंगाड़ी त्रिसा ने शानदार ऑलराउंड खेल दिखाते हुए 44 नाबाद रन बनाए और तीन महत्वपूर्ण विकेट भी लिए।
भारतीय महिला अंडर-19 टीम ने 2025 में हुए टी20 विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। पिछले संस्करण में भी भारतीय टीम ने खिताब जीता था, जिसकी कप्तान शेफाली वर्मा थीं, और अब इस संस्करण में निकी प्रसाद की कप्तानी में टीम इंडिया ने अपना खिताबी अभियान जारी रखा।
फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। हालांकि, यह निर्णय पूरी तरह से गलत साबित हुआ। भारतीय गेंदबाजों ने उनके बल्लेबाजों को 20 ओवर में 82 रन के छोटे से स्कोर पर समेट दिया। भारतीय गेंदबाजों का दबदबा ऐसा था कि चार अफ्रीकी बल्लेबाज अपना खाता भी नहीं खोल पाए।
गोंगाड़ी त्रिसा ने इस मैच में तीन विकेट लेकर विरोधी टीम के बल्लेबाजी क्रम को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। इसके बाद उन्होंने बल्ले से भी अपनी चमक दिखाते हुए नाबाद 44 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। गोंगाड़ी और सानिका चलके ने मिलकर अंतिम विकेट के लिए 30 गेंदों में 36 रन की साझेदारी निभाई, जिसमें गोंगाड़ी ने 33 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 44 रन बनाए, जबकि सानिका ने 22 गेंदों में चार चौकों के साथ 26 रन बनाए और टीम को शानदार जीत दिलाई।
दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी और भारतीय गेंदबाजों का दबदबा:
दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बहुत ही खराब रही। पहले ही ओवर में सिमोन लॉरेन्स को पारुनिका सिसौदिया ने क्लीन बोल्ड कर दिया। इसके बाद शबनम शकील ने चौथे ओवर में जेम्मा बोथा को कमालिनी के हाथों कैच आउट कराया। आयुषी शुक्ला और गोंगाड़ी त्रिसा ने भी अपनी-अपनी गेंदबाजी से विकेटों की झड़ी लगाई, और अंत में दक्षिण अफ्रीका की टीम मात्र 82 रन पर सिमट गई। भारतीय गेंदबाजों में गोंगाड़ी त्रिसा ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए, जबकि आयुषी, पारुनिका, और वैष्णवी शर्मा को दो-दो विकेट मिले।
जीत की रणनीति और फाइनल की शानदार पारी:
भारतीय टीम की तरफ से गोंगाड़ी त्रिसा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। शुरुआत में कमालिनी के साथ 36 रन की साझेदारी के बाद उन्होंने अकेले ही टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इस जीत से यह साबित कर दिया कि वे किसी भी चुनौती को आसानी से पार कर सकती हैं। यह जीत भारत के महिला क्रिकेट के लिए एक और ऐतिहासिक पल साबित हुई है।