मर भी जाएं, लेकिन नमाज तो जरूर पढ़ेंगे- अबू आजमी

मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ कर हाल ही में विवादों में फंसे समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने होली और रमजान के जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने पर हो रहे विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह हर हालत में जुमे की नमाज पढ़ेंगे और मुस्लिम समुदाय से अपील की कि जब नमाज पढ़ने जाएं, तो किसी भी तरह की नकारात्मक प्रतिक्रिया से बचें।
अबू आजमी ने कहा, "नमाज पढ़िए और घर जाइए, क्योंकि सरकार भी इनकी है और पुलिस भी। अब कानून नाम की कोई चीज बची नहीं है। मेरे साथ क्या हुआ, वह सभी ने देखा है।"
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा, "मर भी जाएं, लेकिन नमाज तो जरूर पढ़ेंगे। नमाज पढ़ना तो हमारा फर्ज है।" औरंगजेब पर दिए अपने बयान के बाद महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित किए जाने पर अबू आजमी ने कहा, "देखिए, यह सब अचानक हुआ। किसी ने मुझसे सवाल पूछा और मैंने बस जवाब दे दिया। यह पहले से तय नहीं था और न ही मैंने कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।"
अबू आजमी ने कहा, "मुझे पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया और उपमुख्यमंत्री मुझे देशद्रोही कह रहे हैं। मेरे खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है। मैं समझता हूं कि स्पीकर को कार्रवाई करने का अधिकार है। मैंने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था, जो मंजूर हो गई।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया, "पूरा सदन चाहता था कि मुझे निलंबित किया जाए और वह किया गया। अगर सदन चाहेगा कि मुझे हमेशा के लिए निलंबित कर दिया जाए, तो वे वही करेंगे। उनकी सरकार है, वे जो चाहें कर सकते हैं।"
महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबन के खिलाफ अदालत जाने के सवाल पर अबू आजमी ने कहा कि वह अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाएंगे, क्योंकि दुनिया देख रही है कि उनके साथ किस तरह का अन्याय हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अबू आजमी ने कहा, "देश में मुसलमान होना अब गुनाह हो गया है। मुसलमानों को अपमानित किया जा रहा है। ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि मुसलमानों ने इस देश के लिए कुछ नहीं किया, बल्कि कहा जा रहा है कि मुसलमानों ने देश को लूटा। मैं मानता हूं कि जहां-जहां बीजेपी की सरकार है, वहां मुसलमानों को तकलीफ दी जा रही है।"