औरंगजेब की कब्र को उखाड़कर फेंक दिया जाना चाहिए- सांसद उदयनराजे भोसले

औरंगजेब एक धर्मांध, क्रूर शासक और इस देश का लुटेरा था। जिसने छत्रपति शिवाजी महाराज को परेशान किया, छत्रपति संभाजी महाराज की अत्यंत निर्दयता से हत्या की, और अब उसकी कब्र का इस महाराष्ट्र में उदात्तीकरण और दैवतीकरण किया जा रहा है। उसके लिए उर्स आयोजित किए जा रहे हैं, जो हमारे घाव पर नमक छिड़कने जैसा है। इन घटनाओं को स्थायी रूप से रोकने के लिए, औरंगजेब की कब्र को उखाड़कर फेंक दिया जाना चाहिए, ऐसा मत छत्रपति शिवाजी महाराज के तेरहवें वंशज और सांसद उदयनराजे भोसले ने सातारा में मीडिया से बात करते हुए व्यक्त किया है।
अबू आज़मी द्वारा औरंगजेब को एक उत्तम प्रशासक कहे जाने के बाद, राज्य में इस बयान के खिलाफ प्रतिक्रिया शुरू हो गई है। इसी बीच औरंगजेब के नाम पर आयोजित होने वाले उर्स पर भी चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के पूर्वज बाहर से आए लुटेरे, धर्मांध और आक्रामक थे। इस औरंगजेब ने देश की सभी राजवंशों को परेशानी दी, जनता पर अत्याचार किए, धर्मांतरण करवाए, अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने भाई की हत्या की, अपने पिता को बंदी बना दिया, यहाँ के मंदिरों पर हमला किया, और हमारी संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया। वह और उसके पूर्वज सिर्फ इस देश को लूटने के लिए आए थे। उन्होंने यहाँ के धर्म, मंदिर और देश को नष्ट किया। ऐसा व्यक्ति हमारे लिए आदर्श कैसे हो सकता है? जिसने छत्रपति शिवाजी महाराज को परेशान किया, उनका अपमान किया, और छत्रपति संभाजी महाराज की निर्दयता से हत्या की। ऐसे क्रूर औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र में क्यों होनी चाहिए? इसके बजाय उस जगह को एक क्रूर व्यक्ति की अंतिम याद के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए।
फिर भी, कुछ लोग उसका गौरव कर रहे हैं । औरंगजेब हमारे देश, हमारे स्वराज्य और हमारे राजाओं का शत्रु था। जो लोग औरंगजेब से प्रेम करते हैं, और जिनका मन वहां जाकर सिर झुकाने का है, वे उस कब्र को लेकर औरंगजेब और उसके पूर्वजों के देश की ओर चले जाएं ।
महापुरुषों पर विवादास्पद बयान देने वालों के खिलाफ तुरंत कानून बनाने की मांग भी उदयनराजे ने दोहराई।