बिछड़े सभी बारी बारी ; AAP के लिए महाराष्ट्र से कोई प्रचार नहीं करेगा

दिल्ली विधानसभा चुनाव से शिवसेना (यूबीटी) ने दूरी बना ली है, हालांकि पहले शिवसेना ने आम आदमी पार्टी (AAP) को समर्थन देने का एलान किया था। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे कांग्रेस या आम आदमी पार्टी (AAP) किसी के लिए भी प्रचार नहीं करेंगे। पार्टी ने अब एक न्यूट्रल स्टैंड अपनाया है।
संजय राउत ने मंगलवार (28 जनवरी) को कहा कि शिवसेना (यूबीटी) की कांग्रेस और AAP दोनों से दोस्ती है, क्योंकि तीनों पार्टी इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं।
हालांकि, पिछले दिनों दिल्ली में समर्थन को लेकर संजय राउत ने कहा था, "हमारे लिए फैसला लेना आसान नहीं है। हमने बार-बार कहा है कि कांग्रेस देश में बड़ी पार्टी है, लेकिन AAP दिल्ली में बड़ी पार्टी है। दिल्ली में AAP की ताकत सबसे ज्यादा है।"
दिल्ली में AAP और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं, जिससे इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के लिए असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि, अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी की टीएमसी ने AAP के लिए प्रचार करने का फैसला लिया है।
वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने दिल्ली में बीजेपी के लिए प्रचार करने का निर्णय लिया है। साथ ही अजित पवार की पार्टी ने कई सीटों पर बीजेपी, AAP और कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार उतारे हैं। शिंदे और फडणवीस महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार में डिप्टी सीएम हैं।
दिल्ली चुनाव को लेकर शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि, पवार ने कुछ दिनों पहले AAP को समर्थन देने की ओर इशारा किया था।
बता दें कि दिल्ली चुनाव में AAP, बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है। पिछले दो चुनावों में AAP को भारी जीत मिली थी।