छत्रपति संभाजी महाराज पर विवादित सामग्री मामले में विकिपीडिया के चार संपादकों पर मामला दर्ज

महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने विकिपीडिया पर छत्रपति संभाजी महाराज से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री को हटाने में असफलता के मामले में चार संपादकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कदम तब उठाया गया जब महाराष्ट्र साइबर विभाग ने विकिमीडिया फाउंडेशन को नोटिस भेजकर विकिपीडिया से यह विवादित सामग्री हटाने का अनुरोध किया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। विकिमीडिया फाउंडेशन, जो कि एक गैर-लाभकारी संगठन है और विकिपीडिया का संचालन करता है, को यह आशंका थी कि इस प्रकार की गलत और भ्रामक जानकारी से राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हो सकती है।
छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र, छत्रपति संभाजी महाराज, जो भारतीय इतिहास में अत्यधिक पूजनीय माने जाते हैं, उनके बारे में विकिपीडिया पर प्रकाशित जानकारी को महाराष्ट्र साइबर एजेंसी ने गलत और भ्रामक बताया है। नोटिस में यह भी उल्लेख किया गया था कि यह जानकारी उनके अनुयायियों में असंतोष पैदा कर सकती है, जो कि सामाजिक अशांति का कारण बन सकती है।
विकिपीडिया, जो एक फ्री प्लेटफॉर्म है, स्वयंसेवकों द्वारा संपादित और प्रबंधित किया जाता है, लेकिन विशेष रूप से कुछ व्यक्तियों को ही कंटेंट अपलोड करने की अनुमति होती है। इस विवाद का एक और पहलू यह है कि यह छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित हाल ही में रिलीज हुई हिंदी फिल्म "छावा" से भी जुड़ा हुआ है, जो उनके जीवन के महत्व को उजागर करने की कोशिश करती है।
इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि जब भी किसी ऐतिहासिक या सांस्कृतिक व्यक्तित्व की छवि को लेकर विवाद होता है, तो उसे किस तरह से संतुलित तरीके से प्रस्तुत किया जाए, ताकि समाज में असहमति और अशांति का माहौल न बने।