अब कुछ लोग स्वार्थ के कारण गद्दारी कर रहे हैं- पार्टी छोड़ने वालों पर आदित्य ठाकरे का निशाना

पिछले ढाई साल से हम गद्दारों से लड़ रहे थे, और अब ईवीएम के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, ऐसा बयान युवासेना प्रमुख और ठाकरे गुट के विधायक आदित्य ठाकरे ने दिया। उन्होंने कहा कि अब कुछ लोग स्वार्थ के कारण गद्दारी कर रहे हैं और दूसरी ओर जा रहे हैं, लेकिन हम महाराष्ट्र और मुंबई के लिए लड़ रहे हैं, चाहे कोई भी जाए, हम लड़ते रहेंगे।
विधानसभा चुनावों के बाद अब सभी की नजरें स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं और महापालिका चुनावों पर लगी हुई थीं। खास बात यह है कि शिवसेना ठाकरे गुट ने महापालिका चुनावों के लिए तैयारी शुरू कर दी है। मुंबई महापालिका में स्वबल पर चुनाव लड़ने की घोषणा सांसद संजय राऊत ने की है। इसके चलते महापालिका चुनावों के लिए मोर्चा बनाना शुरू हो गया है और आज पुणे में बैठक भी हुई है। दूसरी तरफ शिवसेना शिंदे गुट ने भी तैयारी की है और ऑपरेशन टाइगर शुरू करने की बात मंत्री उदय सामंत ने कुछ दिन पहले कही थी। ठाकरे गुट को झटका देते हुए कुछ नेताओं को शिंदे गुट में शामिल कर उद्धव ठाकरे को चुनौती दी जा रही है।
अब आगामी महापालिका चुनावों से पहले ही ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। शिवसेना ठाकरे गुट की उपनेता, महिला संघटन की अध्यक्ष और पूर्व नगरसेविका राजुल पटेल शिंदे गुट में शामिल होने जा रही हैं। राजुल पटेल ने वर्सोवा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनने की मांग की थी, लेकिन उनकी जगह हारून खान को शिवसेना द्वारा उम्मीदवार बनाया गया था।
कौन हैं राजुल पटेल?
राजुल पटेल शिवसेना की पूर्व नगरसेविका थीं और 2019 में उन्होंने विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। वे ठाकरे गुट की एक पुरानी महिला शिवसैनिक के रूप में जानी जाती हैं। इसलिए महापालिका चुनावों के संदर्भ में अगर उन्होंने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ा, तो इसे ठाकरे गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वर्सोवा को शिवसेना का गढ़ माना जाता है और इस क्षेत्र में राजुल पटेल का राजनीतिक प्रभाव है। हालांकि, विधानसभा चुनावों से नाराज होने के कारण उन्होंने महापालिका चुनाव के लिए यह कदम उठाया है, ऐसा कहा जा रहा है।
कुछ दिन पहले मंत्री उदय सामंत ने ठाकरे गुट से शिंदे गुट में बड़े पैमाने पर पार्टी प्रवेश होने का दावा किया था, जिसके बाद ठाकरे गुट में हलचल मच गई थी। इसके बाद अब शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता और मंत्री संजय शिरसाट ने भी दावा किया है कि उद्धव के आधे से अधिक विधायक उनका साथ छोड़ने का मन बना चुके हैं ।