"ऑपरेशन धनुष बाण" से पार्टी को मजबूत कर रहे हैं एकनाथ शिंदे !

"ऑपरेशन धनुष बाण" से पार्टी को मजबूत कर रहे हैं एकनाथ  शिंदे !
आमने सामने

ऐसा लगता है कि "ऑपरेशन धनुष बाण" चल रहा है क्योंकि उद्धव ठाकरे की शिवसेना से कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। कई सांसद और विधायक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की जयंती कार्यक्रम में अनुपस्थित थे। इससे यह संकेत मिलता है कि उद्धव ठाकरे की पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है।

जालना में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। उद्धव बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के जिला प्रमुख आसाराम बोराडे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में प्रवेश किया है। आसाराम बोराडे ने पार्टी को रामराम कहने से शिवसेना को मराठवाड़ा में बड़ा धक्का लगा है। आसाराम बोराडे ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ शिंदे की शिवसेना में प्रवेश किया है।

आसाराम बोराडे विधानसभा चुनाव में परतूर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना ठाकरे गुट के उम्मीदवार थे। आसाराम बोराडे जालना शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के जिला प्रमुख भी थे। इस विधानसभा चुनाव में थोड़े अंतर से आसाराम बोराडे की हार हुई थी। एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में जालना नगरपालिके के कांग्रेस के 8 नगरसेवकों ने शिंदे की शिवसेना में प्रवेश किया है।

कोकण में भी ठाकरे के शिवसैनिकों के शिंदे के गले लगाने की संभावना जताई जा रही है। रत्नागिरी में भी कल उद्धव ठाकरे की शिवसेना को एक झटका लगा था। पूर्व जिला प्रमुख सचिन कदम ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना को जय महाराष्ट्र कहा था। व्यक्तिगत कारणों से पद और सदस्यता से इस्तीफा दिया, ऐसा सचिन कदम ने कहा था। इसके बाद आज मराठवाड़ा में भी शिवसेना को बड़े नेता ने रामराम कह दिया है। भास्कर जाधव और सचिन कदम के बीच खुला संघर्ष था, इसलिए उनके पार्टी को छोड़ने की बात कही जा रही है।

सचिन कदम के अचानक इस्तीफे से रत्नागिरी में उद्धव ठाकरे की शिवसेना में हलचल मच गई है। चालीस साल तक शिवसेना में सक्रिय कार्य करने के बाद सचिन कदम ने इस्तीफा दिया, जिससे अन्य शिवसैनिक भी बड़े फैसले लेने की तैयारी में हैं। अनंत गीते और विनायक राऊत के विश्वासपात्र कार्यकर्ता के रूप में सचिन कदम की पहचान थी।