महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त जल, टीएचडीसी ने छोड़ा अतिरिक्त पानी
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ में प्रयागराज में श्रद्धालुओं को डुबकी लगाने के लिए भरपूर जल उपलब्ध कराया जाएगा। टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (टीएचडीसी) ने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की मांग के अनुसार कुंभ मेले के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। टीएचडीसी का दावा है कि टिहरी झील में महाकुंभ मेले के दौरान देवप्रयाग से लेकर प्रयागराज तक सभी गंगा घाटों को लबालब भरने के लिए पर्याप्त पानी है।
सर्दियों में कम बारिश और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होने के कारण नदियों का जलस्तर घट जाता है, जिससे घाटों पर पानी की कमी हो सकती है। इस समस्या से निपटने के लिए यूपी ने टीएचडीसी से कुंभ मेले के दौरान अतिरिक्त पानी छोड़ने की मांग की थी। इसके जवाब में टीएचडीसी ने रविवार को भागीरथी नदी में 34.01 क्यूसेक और भिलंगना नदी में 22.28 क्यूसेक पानी छोड़ा है।
वर्तमान में टिहरी झील का जलस्तर 811.04 आरएल मीटर है और झील से 220 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। टीएचडीसी के अधिकारियों के अनुसार, झील में कुंभ मेले के लिए पर्याप्त पानी है, जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि कुंभ पर्व पर संगम तट पर स्नान के लिए जल की कोई कमी नहीं होगी। इस तरह के प्रयासों से महाकुंभ के श्रद्धालुओं को स्नान के लिए पर्याप्त जल मिल सकेगा, और वे धार्मिक अनुष्ठान पूरी श्रद्धा से कर सकेंगे।