गाजा पर ट्रम्प के बयान का कांग्रेस ने किया विरोध

कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गाजा को लेकर दिए गए ताजे प्रस्ताव को अस्वीकार्य करार दिया और नरेंद्र मोदी सरकार से इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मुद्दे पर एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि गाजा के भविष्य पर राष्ट्रपति ट्रंप की सोच "विचित्र, खतरनाक और पूरी तरह से अस्वीकार्य" है।
जयराम रमेश ने अपने पोस्ट में कहा, "दो-देश समाधान जो फिलिस्तीनी लोगों की वैध आकांक्षाओं को पूरा करता है और इजरायल के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करता है, वही पश्चिम एशिया में स्थायी शांति का आधार हो सकता है।" उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को अपनी स्थिति पर पूरी स्पष्टता लानी चाहिए, जैसा कि अन्य देशों ने पहले ही किया है।
कांग्रेस नेता ने इस पर जोर दिया कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 फरवरी 2025 को घोषणा की थी कि अमेरिका गाजा पट्टी पर अपना स्वामित्व स्थापित करेगा और वहां आर्थिक विकास के लिए कदम उठाएगा। ट्रंप ने यह भी कहा था कि अमेरिका गाजा में बड़े पैमाने पर रोजगार और आवास प्रदान करेगा, लेकिन इस बात की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी कि वहां किसे रहने की अनुमति होगी।
ट्रंप ने आगे कहा, "अमेरिका गाजा पट्टी को अपने अधीन लेगा। हम वहां मौजूद खतरनाक बमों और अन्य हथियारों को निष्क्रिय करेंगे, स्थान को समतल करेंगे और तबाह हो चुकी इमारतों को हटाएंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि फिलिस्तीनी लोग गाजा लौटने को मजबूर हैं क्योंकि यह एक "तबाही स्थल" बन चुका है, जहां हर एक इमारत ढह चुकी है और लोग ढह चुकी कंक्रीट संरचनाओं के नीचे रह रहे हैं, जो बेहद खतरनाक स्थिति है।
कांग्रेस ने इस पर मोदी सरकार से पूरी जवाबदेही की मांग की है, क्योंकि ट्रंप के प्रस्ताव को लेकर भारतीय राजनीति में कई सवाल उठ रहे हैं, खासकर जब यह क्षेत्रीय स्थिरता और मानवाधिकारों से जुड़ा मुद्दा है।