विधानसभा 2019 चुनाव से पहले ही उद्धव का पवार के साथ जाने का हो गया था फैसला - CM फडणवीस

विधानसभा 2019  चुनाव से पहले ही उद्धव का पवार के साथ जाने का हो गया था फैसला - CM फडणवीस
CM Fadnavis in Jaipur Dialogues

'विधानसभा 2019 के चुनाव से पहले ही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे का शरद पवार के साथ जाने का फैसला हो गया था। इस चुनाव में अगर बीजेपी के 120 विधायक जीतकर आते, तो ठाकरे हमें कभी नहीं छोड़ते। जब उन्हें यह एहसास हुआ कि हम सरकार बना सकते हैं, तब उद्धव ठाकरे ने रंग बदल लिया,' यह बयान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को दिया।

'जयपुर डायलॉग' के डेक्कन समिट कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का इंटरव्यू लिया गया। इस मुलाकात में उन्होंने विभिन्न सवालों के जवाब दिए। 'शिवसेना को ढाई साल मुख्यमंत्री पद नहीं दिया जाएगा, यह उद्धव ठाकरे को स्पष्ट रूप से बताया गया था। बीजेपी के नेता अमित शाह मुंबई आए, तब उद्धव ठाकरे ने उनसे मिलने और चर्चा करने की इच्छा जताई थी,' यह बताते हुए उन्होंने कहा, 'उद्धव ठाकरे अमित शाह से मिलने गए। उस वक्त आदित्य, रश्मी ठाकरे और मैं बाहर बैठे थे। जब वे बाहर आए, तो पत्रकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। उसमें क्या कहना है, यह तय किया गया था। जैसे तय हुआ था, वैसे ही मैंने बात की। मैंने मराठी और हिंदी दोनों में बात की। अगर मुख्यमंत्री पद के बारे में अंदर कुछ चर्चा हुई होती, तो वे बाहर आकर मुझसे बात करते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चुनाव परिणाम के बाद ठाकरे ने हमारे साथ पत्रकार सम्मेलन करने के बजाय पहले ही एक पत्रकार सम्मेलन लिया और कहा 'हमारे पास सभी विकल्प खुले हैं।' अगर मुख्यमंत्री पद के बारे में कुछ तय हुआ होता, तो कम से कम इसकी चर्चा की जाती। उन्होंने मेरा फोन भी नहीं उठाया। जब उन्हें यह एहसास हुआ कि हम सरकार बना सकते हैं, तो उन्होंने रंग बदल लिया। शरद पवार के साथ उनका चुनाव से पहले ही यह तय हो गया था।'

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राज्य में मतदाताओं की संख्या बढ़ाने के सवाल पर फडणवीस ने कहा, 'राहुल गांधी अगर अपनी हार के कारणों का पता लगाते हैं, तो उनका पार्टी बचा रह सकता है। लेकिन अगर वे हार के लिए निरंतर विभिन्न कारण देते रहे, तो आने वाले समय में कांग्रेस की स्थिति और भी खराब हो जाएगी। विधानसभा चुनाव में महायुती और महाविकास आघाड़ी को मिले वोटों में एक करोड़ वोटों का अंतर है। राहुल गांधी भ्रमित रहने वाले नेता हैं। उन्हें यह भी नहीं समझ आता कि जनता ने उनका साथ छोड़ दिया है।'

Please click the link to watch a part of interview in Jaipur Dialogues in Pune