मोहन भागवत के खिलाफ युवक कांग्रेस का संघ मुख्यालय पर आन्दोलन

मोहन भागवत के खिलाफ युवक कांग्रेस का संघ मुख्यालय पर आन्दोलन
मोहन भागवत और आन्दोलनकारी कांग्रेसी

'अयोध्या  में 22 जनवरी 2024 को श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तो देश सचमुच स्वतंत्र हुआ' इस बयान के खिलाफ नागपुर में युवक कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपनाकर आंदोलन शुरू किया है। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानू चीब के नेतृत्व में नागपुर के देवडिया कांग्रेस भवन से शुरू होकर युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता संघ मुख्यालय की दिशा में निकले। हालांकि, बिना अनुमति के हो रहे इस आंदोलन को पुलिस ने संघ मुख्यालय की दिशा में जाने से रोक लिया।

युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता 'संघ ने पहले ध्वज का अपमान किया, अब स्वतंत्रता का अपमान कर रहा है' जैसे बैनर लेकर सड़कों पर उतरे। इस दौरान उन्होंने संघ पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए चिटणीस पार्क चौक पर पहले से ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगा रखी थी। इसी बीच, युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता संघ मुख्यालय की दिशा में आगे बढ़ते गए, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। कार्यकर्ताओं की अधिक संख्या को देखते हुए पुलिस को बल का इस्तेमाल करना पड़ा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान महाराष्ट्र प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल राऊत भी मौजूद थे। इसके अलावा, राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानू चीब सहित कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस घटना के बाद कुछ समय के लिए इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए शांति स्थापित की।

युवक कांग्रेस की मांग है कि संघ पर प्रतिबंध लगाया जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानू चीब ने कहा कि सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने देशविरोधी बयान देकर, क्रांतिकारियों जैसे सरदार भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आझाद, महात्मा गांधी, और सुभाषचंद्र बोस का अपमान किया है। उन्होंने इस बयान के लिए माफी मांगने की मांग की। प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष कुणाल राऊत ने भी कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री ने भी हमारे महापुरुषों का अपमान किया है और हम इस बयान का विरोध करते हैं। साथ ही, उन्होंने संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

Please click the link to watch congress agitation: Courtesy ABP Maza