भारतीय टीम पर बीसीसीआई के नए नियम , घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य

भारतीय क्रिकेट टीम के लगातार गिरते प्रदर्शन पर विचार करने के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को एक 10 सूत्री नीति पेश की। इसका मुख्य उद्देश्य टीम के प्रदर्शन में सुधार करना और अनुशासन को बढ़ावा देना है। इस नई नीति के तहत अब सभी क्रिकेटरों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, विदेश या दूसरे शहरों के दौरे पर खिलाड़ियों के परिवारों और निजी कर्मचारियों की उपस्थिति पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
नियमों का पालन न करने पर कार्रवाई
हाल ही में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था, और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में शिकस्त मिली थी। इसके बाद बीसीसीआई ने एक समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया। इसके बाद बोर्ड ने इस नई नीति को लागू करने का निर्णय लिया। अब, इन नियमों का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को बीसीसीआई द्वारा कार्रवाई का सामना करना होगा, जिसमें जुर्माना, रिटेनर फीस में कटौती, और आईपीएल में भाग लेने पर प्रतिबंध भी शामिल है।
परिवारों के साथ रहने की सीमा और अन्य प्रतिबंध
गौतम गंभीर ने बीसीसीआई से शिकायत की थी कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खिलाड़ियों ने सिर्फ एक बार साथ बैठकर डिनर किया, और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान कई खिलाड़ियों की पत्नियां और उनके निजी मैनेजर दर्शक दीर्घा में दिखाई दिए थे। इस पर बीसीसीआई ने निर्णय लिया है कि दौरे पर खिलाड़ियों के परिवारों को उनके साथ रहने के लिए सिर्फ दो सप्ताह की अनुमति होगी। साथ ही, निजी स्टाफ और व्यावसायिक शूटिंग पर भी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
नए नियमों के तहत यात्रा और जल्द वापसी पर भी पाबंदी
नई नीति के तहत यह भी तय किया गया है कि खिलाड़ियों को दौरे के दौरान अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी, और यदि दौरा जल्दी समाप्त होता है तो खिलाड़ियों को जल्दी लौटने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान
बीसीसीआई ने अपनी नीति में यह स्पष्ट किया है कि अगर इन नियमों का पालन नहीं किया जाता, तो चयन समिति के अध्यक्ष और मुख्य कोच से पूर्व अनुमोदन के बिना किसी भी अपवाद की अनुमति नहीं होगी। इसके उल्लंघन पर बीसीसीआई उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है, जिसमें आईपीएल में भाग लेने से रोकना और खिलाड़ी के अनुबंध से रिटेनर राशि या मैच फीस में कटौती जैसे कदम शामिल हो सकते हैं।